07-May-2022 04:48 PM
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इस्लामाबाद, 07 मई (AGENCY) पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चौधरी फवाद हुसैन ने कहा है कि 25 सांसदों की अयोग्यता पंजाब प्रांत में हमजा शहबाज सरकार पर निश्चित रूप से भारी पड़ेगी।
श्री हुसैन ने कहा कि यहां की सरकार एक कमजोर तार से बंधी है, जिसकी जिम्मेदारी कोई भी लेने को तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा, '25 सांसदों की अयोग्यता के पास पंजाब विधानसभा में किसी के पास भी 186 सदस्य नहीं होंगे। ऐसे में अगर चुनाव आयोग 90 दिनों के भीतर चुनाव नहीं कराता है तो इन्हें घर लौट जाना चाहिए।'
श्री चौधरी ने कहा, इस मूल कारण टर्नकोट (दलबदलू) से संबंधित दो मामले हैं और एक मामला तो पंजाब विधानसभा में 25 दलबदलुओं का है। और इस वजह से न तो राज्यपाल इस तथाकथित प्रांतीय सरकार और न ही पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष को मान्यता देने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने याद दिलाया कि अदालत के फैसले के अनुसार नेशनल असेंबली के अध्यक्ष ने श्री शहबाज को पद की शपथ दिलाते हुए कहा कि यह प्रांतीय सरकार एक अस्थायी व्यवस्था है। पाकिस्तान चुनाव आयोग इनकी किस्मत पर अपना फैसला सुनाएगा क्योंकि संविधान के अनुच्छेद 63ए के तहत इस मामले के संदर्भ में सांसद और सदस्य में निश्चित रूप से एक अंतर है। इस मामले में हालांकि पीटीआई के असंतुष्ट सांसदों ने बड़ी ही बेशर्मी के साथ चुनाव आयोग के समक्ष यह कहते हुए अपना हलफनामा प्रस्तुत किया कि वे पार्टी का हिस्सा हैं और उन्हें श्री इमरान खान के नेतृत्व में विश्वास है। और इस तरह से उन्हें लगा कि वे अयोग्यता से बच जाएंगे, लेकिन ऐसा होगा नहीं।...////...