02-Jul-2023 09:32 PM
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श्रीनगर 02 जुलाई (संवाददाता) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि अमरनाथ तीर्थयात्रियों का समूह देश भर से दैवीय ज्ञान की तलाश में और भारत की सबसे पुरानी आध्यात्मिक परंपराओं का जश्न मनाने के लिए आता है।
श्री सिन्हा ने रविवार को मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले के बालटाल में श्री अमरनाथ जी यात्रा आधार शिविर दौरा किया और कहा,“देश भर से दिव्य ज्ञान के साधकों और रखवालों की मंडली भारत की सबसे पुरानी आध्यात्मिक परंपराओं में से एक का जश्न मनाने के लिए यहां आई है।” उन्होंने यहां पवित्र तीर्थयात्रा के लिए की गई व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की।
बालटाल आधार शिविर में उन्होंने नागरिक प्रशासन, प्रदेश पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और भक्तों के लिए सर्वोत्तम व्यवस्था सुनिश्चित करने में शामिल अन्य सभी हितधारकों के अधिकारियों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा, “श्री अमरनाथ जी यात्रा हमारी परंपरा में बहुत प्रासंगिक है और यह शांति, सद्भाव तथा समावेशी विकास का प्रतीक है। मैं बालटाल में तीर्थयात्रियों की परम खुशी को महसूस कर सकता हूं, जो श्री अमरनाथ जी तीर्थयात्रा के लिए तैयार हो रहे हैं। ”
उन्होंने कहा, “श्री अमरनाथ जी यात्रा नए विचारों को साझा करने, विभिन्न राज्यों में सुधारों के बारे में है, साथ ही यह सर्वोच्च सत्य और आध्यात्मिक शक्ति की खोज के बारे में भी है। पवित्र गुफा की ओर प्रत्येक कदम शाश्वत संतुष्टि, मानवीय जुड़ाव और पूरे समाज के कल्याण के लिए प्रेरणा का स्रोत है।”
उन्होंने कहा कि यात्रा इस मंत्रमुग्ध भूमि में विविधता में एकता को भी दर्शाती है और विभिन्न धर्मों, संप्रदायों के लोग साधकों के लिए एक सहज और सुखद यात्रा बनाने में योगदान करते हैं। उन्होंने कहा कि यह आनंद का बीज बोता है और आंतरिक परिवर्तन, सांस्कृतिक लोकाचार को बढ़ावा देने का मार्ग बनाता है।
इस दौरान उपराज्यपाल ने स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छता, संचार, आवास और लंगर सुविधाओं और बेस कैंप में पहुंचने वाले यात्रियों की दिन-वार स्थिति सहित विभिन्न सुविधाओं का जायजा लिया।
उन्होंने अधिकारियों को सोनमर्ग से बालटाल मार्ग पर पर्याप्त कर्मियों, मशीनरी और सड़क सुरक्षा के उपायों को तैनात करने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने डीआरडीओ अस्पताल और बालटाल में स्थापित संयुक्त पुलिस नियंत्रण कक्ष के संचालन की भी समीक्षा की।
श्री सिंहा ने अपनी यात्रा से इतर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि पवित्र यात्रा के शुभ अवसर और नागरिकों के गर्मजोशी भरे आतिथ्य ने इस साल जम्मू-कश्मीर में पर्यटन प्रवाह में अभूतपूर्व वृद्धि सुनिश्चित की है।
उन्होंने कहा,“मेरा मानना है कि पवित्र तीर्थयात्रा के लिए आने वाले तीर्थयात्री नए और महत्वाकांक्षी जम्मू-कश्मीर के ब्रांड एंबेसडर के रूप में अपने-अपने राज्यों में लौटेंगे।...////...