आईएसडीएम ने सामाजिक परिवर्तन प्रबंधन पर आयोजित किया पहला सम्मेलन
22-Sep-2023 07:32 PM 3813
नयी दिल्ली, 22 सितंबर (संवाददाता)  भारतीय विकास प्रबंधन विद्यालय (आईएसडीएम) ने यहां सामाजिक परिवर्तन प्रबंधन पर पहला सम्मेलन आयोजित किया, जो सामाजिक उद्देश्यों के संगठनों, सरकारी अधिकारियों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के प्रमुख नेताओं और प्रतिनिधियों को एक मंच पर लाने में सफल रहा। सम्मेलन का आयोजन ‘सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए प्रबंधन की शक्ति’ पर हुआ, जिसमें सामाजिक न्यास एवं अधिकारिता विभाग के सचिव सौरभ गर्ग और दसरा की सहसंस्थापक नीरा नंदी शामिल हुए। इस मौके पर श्री गर्ग ने कहा, “साझेदारी और सहयोग वाले सहयोजन (विकास प्रबंधन पर संवाद-डीओडीएम) महत्वपूर्ण हैं। जिस तरह से राष्ट्रों और संगठनों के बीच विकासात्मक और ग्रहमंडलीय चुनौतियों को समझने के लिए साझेदारी और संघटनों को एक साथ लाने के लिए सरकार के प्रयास होते हैं, उसी तरह नागरिक समाज और कॉर्पोरेट को साथ आने केलिए प्रयास की आवश्यकता है, ताकि बाधाओं और उनकी चिंताओं को पता लगाया जा सके। आज जब वैश्विक और राष्ट्रीय चुनौतियाँ हर काम को किसी के साथ मिलकर प्रभावित करती हैं, तो आवश्यकता है कि प्रबंधन के सिद्धांत मानव समुदायों, संदर्भों और संसाधनों के साथ संरूपित हों।” इस सत्र के अंत में हुई ‘ट्रांसफार्मिंग इंडिया थ्रो न्यू एज फिलैंथ्रोपी ’ नामक क्लोजिंग प्लेनरी में त्रांसवर्ल्ड ग्रुप ऑफ कंपनीज की प्रबंधक अनीशा रामकृष्णन, सीखो सिखाओ फाउंडेशन की संस्थापक एवं निदेशक अनुपमा डालमिया, युवा भारतीय महिलाओं के लिए कर्म सौहार्द्र की संस्थापक राधिका भारत राम, जेबीएम ग्रुप के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक निशांत आर्या और अंतरा सीनियर लिविंग की कार्यकारी अध्यक्ष तारा सिंह वचनी की मौजूदगी और दृष्टिकोणों से भरपूर थी। इस सत्र ने फिलैंथ्रोपी पारिस्थितिकता को कैसे बदल सकता है, इस पर केंद्रित था और इसे एटी चंद्रा फाउंडेशन (एटीसीएफ) के सह-संस्थापक अमित चंद्र ने मॉडरेट किया। आईएसडीएम के सह-संस्थापक एवं अध्यक्ष रवि श्रीधरन ने कहा , “डीओडीएम 2023 आईएसडीएम के लिए एक मील का पत्थर रहा है और इसे 14 साथी संगठनों के साथ साझेदारी के कारण संभव हुआ है। कुछ साल पहले, विकास प्रबंधन पर इस प्रकार के सम्मेलन का विचार करना मुश्किल था। हम मानते हैं कि इस आयोजन का इतने बड़े और विविध समूह की भागीदारी और भारतीय समाज के लिए समृद्ध प्रभाव पर बहुत अच्छा होने का संकेत है। इंडियन स्कूल ऑफ डेवलपमेंट मैनेजमेंट (आईएसडीएम) 2016 में स्थापित हुआ एक पहल की तरह की अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्ध और स्वायत्त संस्था है। आईएसडीएम का मिशन विकास प्रबंधन को व्यवसाय प्रबंधन या सार्वजनिक प्रशासन से अलग एक विशिष्ट विद्या के रूप में स्थापित करना है।...////...
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