आईजीएनसीए की फिल्म ‘लुकिंग फॉर चल्लन’ को मिला प्रतिष्ठित राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
18-Oct-2023 12:06 AM 7624
<p>&lt;p&gt;नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर (संवाददाता) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र न्यास (आईजीएनसीए) की फिल्म &amp;lsquo;लुकिंग फॉर चल्लन&amp;rsquo; को मंगलवार को यहां &amp;lsquo;सर्वश्रेष्ठ खोजी (इन्वेस्टिगेटिव) फिल्म&amp;rsquo; श्रेणी में वर्ष 2021 के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किया गया।&lt;br /&gt; राजधानी में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के विजेताओं को सम्मानित किया। &lt;br /&gt; आईजीएनसीए की ओर से यह पुरस्कार केंद्र के सदस्य सचिव डॉ सच्चिदानंद जोशी और फिल्म के निर्देशक बप्पा रे ने ग्रहण किया। पुरस्कार के अंतर्गत प्रशस्ति पत्र, रजत कमल और 50 हजार रुपये का नकद पुरस्कार फिल्म के निर्माता,निर्देशक और आईजीएनसीए को प्रदान किया गया। &lt;br /&gt; डॉ जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ खोजी फिल्म के रूप में &amp;lsquo;लुकिंग फॉर चल्लन&amp;rsquo; को मिली मान्यता टीम के अटूट समर्पण और सहयोगात्मक भावना का प्रमाण है।&lt;br /&gt; फिल्म के निर्देशक बप्पा रे ने कहा कि फिल्म की यात्रा किसी सम्मान से कम नहीं है।&lt;br /&gt; उन्होंने कहा, &amp;ldquo; यह सम्मान अनदेखी कहानियों को उजागर करने के उनके जुनून को और प्रज्वलित करेगी।&amp;rdquo; &lt;br /&gt; उन्होंने कहा कि &amp;lsquo;लुकिंग फॉर चल्लन&amp;rsquo; फिल्म के बनाने का उद्देश्य समाज के लोगों को एकसाथ लाना, अपनी संस्कृति का उत्सव मनाने और परिवर्तन के आह्वान को सशक्त बनाना है। &lt;br /&gt; &amp;lsquo;लुकिंग फॉर चल्लन&amp;rsquo; फिल्म केरल के नीलांबर जंगल की संस्कृति और विरासत की आकर्षक दुनिया को गहराई से उजागर करता है। यह केरल के नीलांबर वन क्षेत्र में निवास करने वाली चोलानायकन जनजातीय समुदाय की समृद्ध परम्पराओं की अनकही कहानियों पर भी प्रकाश डालता है।...////...
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