29-Sep-2023 08:54 PM
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रांची, 29 सितंबर (संवाददाता)आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा किझारखंड आंदोलन के कोख से जन्मा तथा झारखंड के सपूतों के शहादत एवं बलिदान से सिंचित आजसू पार्टी शहीदों के सपनों तथा झारखंड के युवाओं, किसानों, मजदूरों, वंचितो और अल्पसंख्यकों एवं महिलाओं के आकांक्षाओं एवं अरमानों के लिए संघर्ष करने वाला एक राजनीतिक संगठन है।
श्री महतो ने आज रांची के मोराबादी मैदान स्थित बिरसा मुंडा परिसर में आजसू की तीन दिवसीय महाधिवेशन के पहले दिन आज कहा कि वर्ष 2000 से आजसू पार्टी एक
राजनीतिक दल के रूप में झारखंड के लोगों के बुनियादी जरूरतो, सामाजिक सरोकारों आर्थिक उन्नति, राजनैतिक चेतना, सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण एवं संवर्धन तथा उनके हक अधिकारों के लिए संघर्ष कर रही है।
आजसू प्रमुख ने कहा है कि लंबे संघर्ष एवं रक्त रंजित आंदोलनो से गुजर कर हम सब ने अपने एक अलग झारखंड राज्य पाया। सन 2000 में झारखंड के जन्मोत्सव पर खूब जश्न मना ढोल और नगाड़ों की आवाज से जंगल-पहाड़ तक झूम उठे। सबों ने शहीदों को नमन किया। सब के सहयोग से झारखंड को समृद्धि के फूलों से संवारने की हम सबों ने कसम खाई। महिलाओं को अधिकार, बेरोजगारों को रोजगार, किसानों को एवं मजदूरों को घरों में खुशहाली का सपना देखा। अपने समिति भागीदारी लेकिन असीमित ऊर्जा एवं उत्साह तथा झारखंड अस्मिता एवं पहचान के प्रति अपनी ठोस प्रतिबद्धता तथा दृढ़ संकल्प के साथ आजू सरकार में शामिल भी रहा। आदिवासी, ओबीसी एवं पिछड़ों के अधिकार एवं विकास के लिए हम सतत संघर्षशील रहे। आजसू झारखंड के राजनीतिक धरातल पर युवाओं, महिलाओं एवं वंचितों के संघर्षशील धारा का प्रतिनिधित्व करती है।
श्री महतो ने कहा कि आज झारखंड नवनिर्माण संकल्प समागम इस बात का आकलन करने का अवसर है कि अधिकार, स्वाभिमान एवं पहचान के लिए संघर्ष करते-करते हम खुद को कहां खड़े पाते हैं। यहां से आगे का रास्ता क्या है। झारखंड का जल, जमीन, जंगल एवं खनिज की लुट नें झारखंड निर्माण आंदोलन को जन्म दिया था। राज्य निर्माण के बाद बनी सरकारों की झारखंड आंदोलन के उद्देश्यों को पूरा करने में विफलता ने राज्य को फिर से एक क्रांति की चौखट पर लाख खड़ा किया है। आगे का रास्ता बनाने के लिए अपने शहीदों को याद कर सर पर कफन बांध फिर से सड़क पर उतरने की नौबत बनती दिखती है।...////...