02-May-2022 10:18 PM
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श्रीनगर 02 मई (AGENCY) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर ने सोमवार को कहा कि आतंकवाद और नार्को -आतंकवाद के खतरे को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए विभिन्न् सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर सहयोग एवं समन्वय की दरकार है।
यहां हुमहामा में सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के अनुषंगी प्रशिक्षण केंद्र पर आयोजित पासिंग आउट परेड में उत्तर प्रदेश के 459 रंगरूटों को बीएसएफ में शामिल किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री भटनागर ने कहा “ बीएसरएफ ने सुरक्षा की पहली कतार के रूप में न केवल सीमाओं की सुरक्षा की है बल्कि विदेशी प्रायोजित आतंकवाद से निपटने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है । इतना ही नहीं इन्होंने आंतरिक आतंकवाद का भी उसी जीवटता के साथ सामना किया है। उन्होंने आतंकवाद और नार्को -आतंकवाद जैसे खतरों से निपटने के लिए विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर सहयोग और समन्वय की जरूरत को भी रेखांकित किया।
उन्होंने कहा “ देश के सामने आने वाली बड़ी चुनौतियों से निपटने में बीएसएफ के पास प्रभावी तंत्र मौजूद है।उन्होंने बीएसएफ में शामिल हो रहे नये रंगरूटों को अपने करियर की शुरूआत करने के लिए बीएसएफ का चुनाव करने पर बधाई दी और पूरे साहस और जोश के साथ देश की सेवा करने का आह्वान किया।
श्री भटनागर ने गांवों के साधारण युवाओं को पूरी तरह से प्रशिक्षित सीमा प्रहरी बनाने और उनके आत्मविश्वास में इजाफा करते हुए अनुशासित जवानों के रूप में उन्हें बदलने के लिए बीएसएफ कश्मीर के सीमावर्ती मुख्यालय के महानिरीक्षक राजा बाबू सिंह और एसटीसी कश्मीर के निर्देशक स्टाफ की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने आंतरिक और बाहरी चुनौतियों से निपटने में जबरदस्त प्रदर्शन किया ऐसे जवानों को मेडल देकर सम्मानित किया।
बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा कि 44 सप्ताह से अधिक के प्रशिक्षण के बाद इन जवानों ने विभिन्न हथियारों को संभालने और चलाने के साथ साथ फायरिंग कौशल , ड्रिल तथा सीमावर्ती इलाकों में प्रबंधन की बारीकियों को सीखा है और इस काम में एसटीसी, बीएसएफ कश्मीर ने जबरदस्त भूमिका निभायी है। इस तरह का प्रशिक्षण पाकर इन जवानों की शारीरिक क्षमता कई गुना बढ़ गयी है और अब शारीरिक, मानसिक तथा पेशेवर तरीके से तैयार ये युवा देश में शांति और युद्ध दाेनों तरह के हालात में अपनी सेवाएं देने काे तैयार हैं।...////...