आठ वर्षाें में डीबीटी से दो लाख करोड़ गलत हाथों में जाने से बचाये: मोदी
15-Aug-2022 06:36 PM 5508
नयी दिल्ली 15 अगस्त (AGENCY) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि पिछले आठ वर्षाें में प्रत्यक्ष लाभ हस्तातंरण (डीबीटी) के द्वारा आधार , मोबाइल जैसी आधुनिक व्यवस्थाओं का उपयोग कर दो लाख करोड़ रुपये गलत हाथों में जाने से बचाये गये हैं। श्री मोदी ने 76 वे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुये कहा कि इस दो लाख करोड़ रुपये को देश की भलाई में लगाने में सफल रहे हैं। पिछली सरकारों में बैंकों को लूट-लूट कर के भाग गए, उनकी सम्‍पत्त्यिां जब्‍त कर के वापिस लाने की कोशिश कर रहे हैं। कईयों को जेलों में जीने के लिए मजबूर कर के रखा हुआ है। हमारी कोशिश है जिन्‍होंने देश को लूटा है उनको लौटना पड़े वो स्थिति हम पैदा करेंगे। उन्होंने देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए पंच प्रण व्यक्त करते हुये कहा “ हम बार-बार लाल बहादुर शास्‍त्री जी को याद करते हैं, जय जवान-जय किसान का मंत्र आज भी देश के लिए प्रेरणा है। बाद में अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जय विज्ञान कह करके उसमें एक कड़ी जोड़ दी थी और देश ने उसको प्राथमिकता दी थी। लेकिन अब अमृतकाल के लिए एक और अनिवार्यता है और वो है जय अनुसंधान। जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान-जय अनुसंधान- इनोवेशन। और मुझे मेरे देश की युवा पीढ़ी पर भरोसा है। इनोवेशन की ताकत देखिए, आज हमारा यूपीआई-भीम, हमारा डिजिटल पेमेंट, फिनटेक की दुनिया में हमारा स्‍थान, आज विश्‍व में रियल टाइम 40 पर्सेंट अगर डिजिटली फाइनेशियल का ट्रांजेक्‍शन होता है तो मेरे देश में हो रहा है, हिन्‍दुस्‍तान ने ये करके दिखाया हैै।” प्रधानमंत्री ने देश के विकास में निजी क्षेत्र की भूमिका को रेखांकित करते हुये कहा “ आइए... हमें विश्‍व में छा जाना है। आत्‍मनिर्भर भारत का ये भी सपना है कि दुनिया को भी जो आवश्‍यकताए हैं उसको पूरा करने में भारत पीछे नहीं रहेगा। हमारे लघू उद्योग हो, सूक्ष्‍म उद्योग हो, कुटीर उद्योग हो, ‘जीरो डिफेक्‍ट जीरो इफेक्‍ट’ हमें करके दुनिया में जाना होगा। हमें स्‍वदेशी पर गर्व करना होगा।” श्री मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का उल्लेख करते हुये कहा कि सरकार की एक लाख करोड़ रुपये की पीएलआई स्‍कीम के तहत दुनिया के लोग हिन्‍दुस्‍तान में अपना नसीब आजमाने आ रहे हैं। टेक्‍नोलॉजी लेकर के आ रहे हैं। रोजगार के नये अवसर बना रहे हैं। भारत मैन्‍यूफैक्चिरिंग हब बनता जा रहा है। आत्‍मनिर्भर भारत कि बुनियाद बना रहा है। आज इलेक्ट्रानिक विनिर्माण हो रहा है, मोबाइल फोन बन रहे हैं। आज देश बहुत तेजी से प्रगति कर रहा है। जब हमारा ब्रह्मोस दुनिया में जाता है, कौन हिन्‍दुस्‍तानी होगा जिसका मन आसमान को न छूता होगा दोस्तों। आज हमारी मेट्रो कोच , हमारी वंदे भारत ट्रेन विश्‍व के लिए आकर्षण बन रहा है।...////...
© 2025 - All Rights Reserved - Youth18 | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^