14-Nov-2024 09:02 PM
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नयी दिल्ली, 14 नवंबर (संवाददाता) वैश्विक चुनौतियों के बीच निर्यात संवर्धन के सरकार के प्रयासों तथा क्रिसमस और नव वर्ष की तैयारियों में जुटे वैश्विक बाजार में मांग के जोर के बीच अक्टूबर में भारत से वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात सालाना आधार पर 17.23 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि के साथ 39.20 डालर के स्तर पर पहुंच गया।
वस्तु एवं सेवा निर्यात के रुझानों को देखते हुए वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने गुरुवार को कहा अगर यही रुझान बने रहे तो समग्र निर्यात का वार्षिक आंकड़ा मार्च 2025 के अंत तक 800 अरब डॉलर को पार कर जाएगा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा आज जारी मासिक आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष अक्टूबर में वाणिज्यक वस्तुओं का निर्यात 33.43 अरब डॉलर था। इस दौरान आयात बढ़ कर 66.34 अरब डॉलर रहा जो पिछले साल अक्टूबर में 63.86 अरब डॉलर था।
इस तरह अक्टूबर में व्यापार घाटा सालाना आधार पर कम हो कर 10.12 अरब डालर के बराबर रहा जो एक साल पहले इसी माह 15.85 अरब डॉलर था।
इस वर्ष अक्टूबर में सेवाओं का निर्यात 34.02 अरब डॉलर रहा जबकि पिछले साल इसी माह सेवा निर्यात 28.05 अरब डॉलर रहा। इस दौरान सेवा अयात 17.00 अरब डॉलर रहा जबकि पिछले साल अकटूबर में सेवा आयात 13.46 अरब डालर था।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर 2024 के दौरान संचयी समग्र (वस्तु एवं सेवाओं को मिला कर) निर्यात 468.27 अरब डॉलर होने का अनुमान है जो अप्रैल-अक्टूबर 2023 में 436.48 अरब डॉलर के समग्र निर्यात की तुलना में 7.28 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्शाता है।
वाणिज्य सचिव ने अक्टूबर के निर्यात-आयात के आंकड़े जारी करते हुए संवाददाताओं से कहा कि इस बार अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में समग्र निर्यात का हमारा प्रदर्शन अभूतपूर्व रहा है, “वैश्विक बाजार की चुनौतियों के बावजूद हमारे निर्यातकों ने बहुत अच्छा प्रयास किया है और वे इन चुनौतियों से पार पाने में सफल रहे हैं। हमें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष की आगे की अवधि में भी हमारे प्रदर्शन में सुधार होगा और हमारा समग्र निर्यात 800 अरब डालर के स्तर के ऊपर रहेगा।
उन्होंने चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर 2024 के दौरान गैर पेट्रोलियम निर्यात के आंकड़ों को इस अवधि का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन बताते हुए कहा, “यह- निर्यात संवर्धन के लिए चिह्नित क्षेत्रों और बाजार को लेकर हमारी लगन, पीएलआई जैसी विनिर्माण प्रोत्साहन योजनाओं के मिल रहे लाभ और व्यापार नीति का फल है।”
अप्रैल-अक्टूबर 2024-25 के दौरान गैर पेट्रोलियम वाणिज्यक निर्यात 7.34 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 211.3 अरब डलार रहा जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि के दौरान 196.9 अरब डालर था। इससे पहले 206.2 अरब डालर का गैर पेट्रोलियम वाणिज्यक निर्यात का सर्वोत्तम रिकार्ड 2022-23 में बना था।
अप्रैल-अक्टूबर 2024 के दौरान कुल वाणिज्यिक निर्यात (पेट्रोलियम सहित) 252.28 अरब डॉलर था जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 244.51 अरब डालर की तुलना में 3.18 प्रतिशत अधिक है।
अक्टूबर 2024 में गैर-पेट्रोलियम वाणिज्यक निर्यात 34.61 अरब डॉलर था, जो अक्टूबर 2023 के 27.55 अरब डॉलर के गैर-पेट्रोलियम निर्यात की तुलना में 25.63 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न एवं आभूषण निर्यात में अक्टूबर में 27.68 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो अक्टूबर 2023 के 24.56 अरब डॉलर से बढ़कर अक्टूबर 2024 में 31.36 अरब डॉलर हो गया।
श्री बर्थवाल ने बताया कि अक्टूबर 2024 में व्यापारिक निर्यात वृद्धि में इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक सामान, कार्बनिक और अकार्बनिक रसायन, चावल और सभी कपड़ा एवं रेडीमेड गारमेंट उद्योग की प्रमुख भूमिका है।
अक्टूबर में इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात सालाना आधार पर 39.37 प्रतिशत, इलेक्ट्रानिक निर्यात 45.69 प्रतशत, जैविक और अकार्बनिक रसायनों का निर्यात 27.35 प्रतिशत, चावल का निर्यात 85.79 प्रतिशत तथा कपड़ा निर्यात और रेडीमेड गारमेंट क्षेत्र का निर्यात 35.06 प्रतिशत रहा।...////...