मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि आपातकाल की संघर्ष गाथा पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेगी। आपातकाल के कष्टों से वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराने के उद्देश्य से तत्कालीन परिस्थितियों, दमन और लोकतंत्र सेनानियों की जीवटता का उल्लेख पाठ्यक्रम में किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव लोकतंत्र सेनानियों के प्रादेशिक सम्मेलन को मुख्यमंत्री निवास में संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मुख्यमंत्री निवास पधारे लोकतंत्र सेनानियों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्वलित कर भारत माता, नानाजी देशमुख एवं श्री जयप्रकाश नारायण के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। लोकतंत्र सेनानियों का प्रादेशिक सम्मेलन वंदे-मातरम गान के साथ आरंभ हुआ। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निवास मुख्यमंत्री का निवास नहीं, अपितु लोकतांत्रिक व्यवस्था का एक भाग है और लोकतंत्र सेनानी लोकतांत्रिक व्यवस्था के सर्वाधिक सम्मानित व्यक्ति हैं। मुख्यमंत्री निवास में स-सम्मान आना उनका अधिकार और सेनानियों का स्वागत व सम्मान करना हमारा कर्तव्य है, लोकतंत्र सेनानी मुख्यमंत्री निवास पधारे, यह हमारा सौभाग्य है।