आत्मरक्षा, अन्याय और शोषण के विरुद्ध जंग का प्रतीक है शस्त्र-पूजन : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
13-Oct-2024 12:00 AM 744

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शस्त्र-पूजन हमारी प्राचीन परंपरा का हिस्सा है। शस्त्र आत्मरक्षा, अन्याय और शोषण के विरुद्ध जंग का प्रतीक है। शस्त्रों के भरोसे ही धर्म और देश की रक्षा की जा सकती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को लोकमाता अहिल्या बाई की कर्मभूमि महेश्वर में "दशहरे" के अवसर पर शस्त्र-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महेश्वर क्षेत्र में युवाओं को रोजगार देने के लिये इंडस्ट्रियल बेल्ट विकसित किया जायेगा। साथ ही यहां पर टूरिज्म विलेज भी बनेगा। महेश्वर में "अहिल्या लोक" भी बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शस्त्र पूजन के लिये महेश्वर को इसलिये चुना गया, क्योंकि लोकमाता देवी अहिल्या सुशासन और लोक कल्याण का प्रतीक रही हैं। जनता की सुविधाओं को लेकर जनता की इच्छा, आकांक्षाओं के आधार पर सरकार चलाना ही सुशासन है। इसका लोकमाता देवी अहिल्या बाई सर्वोत्कृष्ट उदाहरण है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अवैध शस्त्र जब्त करने वाले सब इंस्पेक्टर को 31 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि देने के साथ कार्यक्रम में भक्तिपूर्ण माहौल के लिये भजन मण्डली को भी एक लाख रूपये देने की घोषणा की।

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