03-May-2024 08:32 PM
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उदयपुर 03 मई (संवाददाता) राजस्थान के उदयपुर में पारस हेल्थ में 28 सप्ताह में (प्रीटर्म) जन्मे जुड़वा बच्चों को सफलतापूर्वक इलाज से नया जीवन मिला है।
पारस हेल्थ के नियोलॉजिस्ट डॉ आशीष थिटे ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों को बताया कि जुड़वाँ बच्चे गर्भावस्था के सिर्फ़ 28 हफ्ते में ही पैदा हो गये। जन्म के समय इन बच्चों का वज़न क्रमशः मात्र 800 ग्राम और 690 ग्राम था। आमतौर पर 37 सप्ताह के बीच पैदा होने वाले शिशुओं का सामान्य वज़न 2.5 किलोग्राम होता है, लेकिन इस केस में वजन एक किलोग्राम से भी कम था। उन्होंने बताया कि भारत में 28 सप्ताह से कम उम्र में बच्चों की वायाबिलिटी नहीं मानते हैं ,लेकिन इन बच्चों का जन्म 28 सप्ताह में हुआ। इस मामले में जुड़वां बच्चों की इमरजेंसी डिलीवरी गायनेकोलॉजी एंड ऑब्सटेट्रिक्स की सीनियर कंसल्टेंट डॉ शीतल कौशिक द्वारा की गयी।
डाॅ थिटे ने कहा, “ जन्म के समय अत्यंत कम वजन वाले ये जुड़वाँ बच्चे बहुत ही नाजुक स्थिति में थे। उन्हें समय से पहले जन्म लेने के कारण होने वाली अनेक समस्याओं का समाधान करने के लिये इंटेंसिव और स्पेसिलाइज्ड उपचार की आवश्यकता थी। इन समस्याओं में हृदय और मस्तिष्क संबंधी समस्यायें, इन्फेक्शन्स ,साथ ही आंत संबंधी समस्यायें शामिल थीं। ”
इतनी परेशानियों के बावजूद पारस हेल्थ के डॉक्टरों ने जुड़वा बच्चों को स्टेबिलाइज (स्थिर) करने के लिये लगभग दो महीने तक मेहनत किया, धीरे-धीरे फिर उन्हें फिर रेस्पिरेट्री सपोर्ट से हटाया गया और उन्हें ओरल फीडिंग पर शिफ्ट किया। आज लड़के का वजन 1,840 ग्राम और लड़की का 1,940 ग्राम है।...////...