मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में “स्नेहधाम” भवन के लोकार्पण अवसर पर कहा कि यह प्रकल्प केवल सामाजिक सुरक्षा नहीं बल्कि सुरक्षित आवास सुविधा भी सुनिश्चित करता है। यह अपने आप में एक बड़ा और संवेदनशील कदम है, जो वरिष्ठ नागरिकों के प्रति सम्मान और उत्तरदायित्व की भावना को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की सेवा, सम्मान और सुरक्षा हमारी संस्कृति और परंपरा का अभिन्न अंग है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा, सम्मानजनक जीवन और सुरक्षित आवास सुविधा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इंदौर में 18 करोड़ रुपये की लागत से “स्नेह धाम” भवन इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा बनाया गया है। प्रदेश में अपने तरह की इस पहली अभिनव पहल का लोकार्पण बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। स्नेहधाम भवन में बुजुर्गों के लिए भोजन, चिकित्सा, मनोरंजन, स्वाध्याय, ध्यान और परामर्श जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं एक ही परिसर में उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे वे सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत कर सकें। यहां बुजुर्गों की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लोकार्पण अवसर पर इंदौर को 565 करोड़ रुपये से अधिक के लागत के विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने इस मौके पर लगभग 90 करोड़ रुपये लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण किया और 476 करोड़ रुपये से अधिक लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी, विधायक श्री मधु वर्मा, श्री मनोज पटेल तथा श्री गोलू शुक्ला, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री सावन सोनकर, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और संभागायुक्त श्री दीपक सिंह भी विशेष रूप से मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि समय के साथ सामाजिक ढांचा बदला है – कई बुजुर्ग दंपत्ति आज अकेले हैं, किसी के बच्चे विदेश में हैं तो कोई नौकरी के कारण दूर शहरों में रहते हैं ऐसे में वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुरक्षित, आत्मसम्मानजनक और सुसज्जित आवास की आवश्यकता को स्नेहधाम जैसी पहलें पूरा करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर सिर्फ स्वच्छता में ही नहीं, बल्कि सामाजिक नवाचारों और जनकल्याण की दिशा में भी लगातार अग्रणी भूमिका निभा रहा है और आगे भी निभाता रहेगा।