ट्रक के कैबिन के पीछे चैंबर बना भरी शराब, GPS भी लगाया; रूट भटकने पर ट्रैस कर पीछा कर थाने तक पहुंचे तस्कर,
14-Aug-2021 06:53 PM 1943
भोपाल शराब तस्करी के लिए भोपाल में अनोखा तरीका सामने आया है। ट्रक के अनोखे यूज को देख पुलिसकर्मी भी हैरान हैं। खास है कि ट्रक का उपयोग सिर्फ शराब की तस्करी के लिए किया जाता है। इसमें जीपीएस भी लगा है। इसकी मदद से इसकी लोकेशन भी तस्कर मोबाइल पर देखते रहते हैं। शुक्रवार को पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर अलग रूट पर चलाया, तो तस्कर एक्टिव हो गए। वे ट्रक में लगे GPS को ट्रैक कर पीछा करते हुए पिपलानी थाने तक पहुंच आए। जब उन्हें पता चला कि ट्रक पुलिस के पास है, तो वह भाग गए। तस्कर 4 कार में सवार थे। पुलिस मान रही है, तस्कर भोपाल से जुड़े हैं। यही वजह है, ट्रक पकड़े जाने के 25 मिनट बाद ही तस्कर पीछा करते हुए थाने तक पहुंच आए। इस तरह डिजाइन किया ट्रक ट्रक की कैबिन के पीछे वाले हिस्से में शराब भरने के लिए अलग से चैंबर बनाया गया है। पीछे का गेट खोलकर देखने पर ट्रक पूरा खाली दिखता है, लेकिन जब ट्रक की कैबिन के लॉक को खोलकर उसे नीचे किया जाता है, तो चैंबर का गेट दिखाई पड़ता है। यह चैंबर करीब 2 फीट चौड़ा, 5 फीट ऊंचा है। इसी में 150 पेटी (1464 लीटर) शराब भरी थी। ग्वालियर से खाली लाया, भोपाल में भरी गई शराब ट्रक के ड्राइवर ब्रजेश यादव ने पुलिस को बताया, ट्रक को वह ग्वालियर से खाली लेकर आया था। भानपुर चौराहे के समीप पेट्रोल पंप के पास खाली ट्रक को उसने सड़क किनारे खड़ा कर दिया था। इसके बाद एक अज्ञात व्यक्ति आया। वह ट्रक ले गया। थोड़ी देर बाद ट्रक को पुन: वही व्यक्ति वापस उसी जगह छोड़कर चला गया। इसके बाद तस्करों ने उसे फोन कर बताया, ट्रक को सागर तक पहुंचाना है। ट्रक को वह सागर लेकर जा ही रहा था कि पुलिस ने पकड़ लिया। तस्करों के बीच कोडवर्ड में बातचीत कोर्ट ने ट्रक के ड्राइवर ब्रजेश को न्यायायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। पुलिस तस्करों की लिंक तलाशने के लिए उसे दोबारा रिमांड पर लेने कोर्ट से आग्रह करेगी। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ब्रजेश यादव ने बताया कि तस्करी से जुड़े लोग कोडवर्ड में बात करते थे, इसलिए उसे नहीं पता कि शराब किसकी है। उसने यह भी बताया, वह पहली बार इस ट्रक में आया था। कार्रवाई करने वाले एसआई को फटकार! पुलिस सूत्रों का कहना है, शराब तस्करी से जुड़े लोग 4 कारों में सवार थाने पहुंचे। उन्होंने पिपलानी टीआई को फोन किया, लेकिन बातचीत नहीं हो सकी। इसके बाद FIR होने के बाद भोपाल पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ट्रक पकड़ने वाले सब-इंस्पेक्टर को फोन कर कार्रवाई में गलतियां निकालते हुए फटकार लगाई। सब-इंस्पेक्टर को आगे इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है। सब-इंस्पेक्टर की कार्रवाई से शराब तस्कर का करीब 30 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। 11 लाख रुपए कीमत की शराब है, जबिक ट्रक की करीब 20 लाख रुपए कीमत है। यह था मामला पिपलानी पुलिस ने शुक्रवार को जेके रोड के पास एक कंटेनर पकड़ा था। कंटेनर के केबिन के पीछे बने चेंबर में 1464 लीटर अवैध शराब भरी थी। ट्रक दिल्ली परिवहन विभाग से रजिस्टर्ड है। पुलिस ने मामले में ट्रक के ड्राइवर व क्लीनर को गिरफ्तार किया था। दोनों को कोर्ट ने शुक्रवार को जेल भेज दिया था। smuggling..///..behind-the-cab-of-the-truck-the-wine-chamber-was-made-gps-was-also-installed-the-smugglers-reached-the-police-station-after-being-traced-after-wandering-the-route-311490
© 2025 - All Rights Reserved - Youth18 | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^