05-Feb-2022 07:34 PM
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जम्मू, 05 फरवरी (AGENCY) ‘बेटियां सिर्फ गृहणी बन सकती हैं’ की धारणा को तोड़ने पर ज़ोर देते हुए भारतीय सेना की कैप्टन सानिया का मानना है कि माता-पिता को अपनी बेटियों को सपनों की उड़ान भरने देनी चाहिए, ताकि वे एक स्वतंत्र जीवन जी सकें।
कैप्टन सानिया के नेतृत्व में उनकी महिला जवानों की टीम ने अरुणाचल प्रदेश के 60 फुट के बेली पुल की मरम्मत कर उसे फिर से शुरू करने के बाद उनकी टीम सोशल मीडिया पर जबर्दस्त वायरल हो रही है।
इंजीनियर से सेना अधिकारी बनी कैप्टन सानिया को सेना की वर्दी विरासत में मिली है। उनके दादा और पिता दोनों ही सेवानिवृत सैन्य कर्मी हैं। कैप्टन सानिया ने यूनीवार्ता से बात करते हुए कहा, “मैं अपने परिवार में सेना में तीसरी पीढ़ी हूँ।”
कैप्टन सानिया ने कहा, “मैं हमेशा ऐसे माहौल पालन पोषण हुआ जहां मैंने बचपन से ही कई कठिन गतिविधियां देखीं और जिसने मुझे सेना की ओर आकर्षित किया।”
उन्होंने भारतीय सेना में अपनी जिम्मेदारियों के बारे में बताया, “मैं भारतीय सेना की इंजीनियर इकाई में हूँ और एक इंजीनियर होने के नाते मेरी क्षमताएं दोगुनी हैं और मुझे सेना का सदस्य होने पर गर्व महसूस होता है।”
कैप्टन सानिया ने एक संदेश में कहा, “एक महिला और एक अधिकारी के रूप में, मैं चाहती हूं कि हर माता-पिता अपनी बेटियों का समर्थन करें और उनके सपनों को साकार करने में सहायकत बनें।”
कुछ साल पहले एक प्रतिस्थापन पुल का निर्माण किया गया था और बेली पुल उपयोग में नहीं था, लेकिन कप्तान सानिया के नेतृत्व में महिला टीम ने 35 वर्षीय बेली ब्रिज की सफलतापूर्वक मरम्मत कर उसे फिर से तैयार किया।...////...