09-Oct-2023 06:02 PM
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श्रीनगर, 09 अक्टूबर (संवाददाता) नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और कांग्रेस गठबंधन द्वारा लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी) कारगिल के चुनावों में जीत के एक दिन बाद, नेकां उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने से डर रही है।
श्री उमर ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा,“नेशनल कॉन्फ्रेंस हमेशा चुनाव के लिए तैयार है लेकिन केंद्र सरकार और भाजपा तैयार नहीं है, क्योंकि वे जम्मू-कश्मीर में लोगों का सामना करने से डरते हैं।”
नेकां-कांग्रेस गठबंधन ने एलएएचडीसी कारगिल चुनाव में 22 सीटें हासिल कर जीत हासिल की है। अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद यह पहला चुनाव था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,“मुझे भाजपा से कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि यह एक राजनीतिक पार्टी है और हमेशा अपना फायदा और नुकसान देखती है।” दिल्ली में कहा गया कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव सभी कारकों पर विचार करने के बाद होंगे। श्री उमर ने कहा,“मैं मुख्य चुनाव आयुक्त से पूछना चाहता हूं कि ये कारक क्या हैं? हम जो महसूस करते हैं वह एकमात्र कारक है जो ‘डर कारक’ है जिसे भाजपा महसूस कर रही है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पहले राजभवन के पीछे छिप रही थी और अब उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त के पीछे शरण लेना शुरू कर दिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्य चुनाव आयुक्त और भारत का चुनाव आयोग स्वतंत्र रूप से अपने फैसले नहीं ले सकते, बल्कि वे केवल भाजपा के संकेतों पर काम कर रहे हैं।”
श्री उमर ने प्रदेश के लोगों की ओर से चुनाव आयुक्त से सवाल पूछा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, तेलंगाना और मिजोरम राज्यों के लोगों को जब विधानसभा चुनाव करने का अधिकार है, तो जम्मू-कश्मीर के लोगों को यह अधिकार क्यों नहीं है? उन्होंने कहा, “ कृपया हमें मुख्य चुनाव आयुक्त बताएं कि वे कौन से कारक हैं जो लोगों को सरकार के लोकतांत्रिक अधिकार से वंचित करने के लिए जिम्मेदार हैं।”
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने उच्चतम न्यायालय को बताया है कि विधानसभा चुनाव संभव नहीं हैं लेकिन जम्मू-कश्मीर में पंचायत और शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव की तैयारी की जा रही है।
एनसी उपाध्यक्ष ने कहा कि हाल ही में नयी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा की गई बैठक की रिपोर्टों से पता चलता है कि भाजपा अब जम्मू-कश्मीर में पंचायत या स्थानीय निकाय चुनाव कराने की स्थिति में भी नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,“अगर यह उनके हाथ में होता तो वे जम्मू-कश्मीर में आगामी लोकसभा चुनाव भी नहीं कराते।...////...