09-Apr-2025 11:52 PM
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लंदन 09 अप्रैल (संवाददाता) भारत और ब्रिटेन ने वित्तीय सेवा क्षेत्र, फिनटेक और डिजिटल अर्थव्यवस्था में और संबंधित विनियामक निकायों के बीच सहयोग जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुये आपसी और वैश्विक आर्थिक मुद्दों को संबोधित करने के लिए द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग करने पर भी सहमत हुये हैं।
भारत -ब्रिटेन आर्थिक और वित्तीय वार्ता (13वीं ईएफडी) की 13वीं मंत्रिस्तरीय बैठक बुधवार को यहां आयोजित की गई। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने चांसलर ऑफ एक्सचेकर, द आरटी रेचल रीव्स के नेतृत्व में ब्रिटेन प्रतिनिधिमंडल के साथ उच्च स्तरीय चर्चा की।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में वित्त सचिव, आईएफएससीए के अध्यक्ष, सेबी के पूर्णकालिक सदस्य और वित्त मंत्रालय तथा लंदन में भारतीय उच्चायोग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। बैठक में रिजर्व बैंक के गवर्नर भी वर्चुअल मोड में शामिल हुए। ब्रिटेन के प्रतिनिधिमंडल में बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर, एफसीए के सीईओ, ट्रेजरी के आर्थिक सचिव और एचएम के ट्रेजरी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने वित्तीय सेवा क्षेत्र, फिनटेक और डिजिटल अर्थव्यवस्था तथा संबंधित विनियामक निकायों के बीच सहयोग जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की; कम कार्बन आर्थिक विकास, कराधान मामलों और अवैध वित्तीय प्रवाह के लिए किफायती वित्त और निवेश जुटाने सहित पारस्परिक और वैश्विक आर्थिक मुद्दों को संबोधित करने के लिए द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग भी करेंगे।
दोनों पक्षों ने भारत में कैंपस स्थापित करने वाले ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों की हाल की घोषणा, आईएफएससी गिफ्ट सिटी में प्रत्यक्ष लिस्टिंग पर भारत-ब्रिटेन वित्तीय भागीदारी की रिपोर्ट जारी करने, ग्रीन फाइनेंस पर नए निजी क्षेत्र के कार्यप्रवाह की शुरुआत और फोकस के अन्य नए क्षेत्रों का स्वागत किया।...////...