05-Jul-2023 06:25 PM
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नयी दिल्ली, 05 जुलाई (संवाददाता) केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने बुधवार को कहा कि भारत दुनिया में सबसे कम कार्बन उर्त्सजन करने वाले देशों में से एक है और वह ऊर्जा क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी बनकर उभरा है।
श्री सिंह ने हरित हाइड्रोजन पर पहले अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत ने 2030 तक अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की उत्सर्जन तीव्रता को 30 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य रखा था, जिसे नौ साल पहले ही हासिल कर लिया गया है।
उन्होंने कहा, “ भारत ने राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान से संबंधित अपनी सीओपी21 वचनवद्धता भी नौ साल पहले ही हासिल कर ली है। ”
मंत्री ने कहा कि सरकार एलईडी बल्बों से संबंधित उजाला योजना सहित कार्यक्रम चला रही है, जो कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने में दुनिया की अग्रणी पहल है। श्री सिंह ने हरित हाइड्रोजन क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों पर जोर देते हुए कहा कि हरित हाइड्रोजन भारत में भविष्य का ईंधन बनने जा रहा है और उन्होंने दुनिया भर के उद्योगों से भारत के राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन का हिस्सा बनने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया को मुक्त व्यापार अपनाना चाहिए और संरक्षणवादी कदम नहीं उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा, “ अगर कोई समय पर वैश्विक नेट शून्य हासिल करना चाहता है, तो बाधाएं अच्छी नहीं हैं। ”
इस तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य ग्रीन हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने और इसके माध्यम से डीकार्बनाइजेशन के वैश्विक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक प्रणालीगत दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए एक तंत्र पर विचार-मंथन करना और काम करना है।
उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा के बारे में कहा, “ भारत नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में चीन के बाहर सबसे बड़ा बाजार है। ”
उन्होंने कहा, “ यदि आप ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रहे हैं, तो आइए और तेजी से वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन के लिए हमारे साथ साझेदारी करें।...////...