08-Jul-2023 08:32 PM
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उलनबटार (मंगोलिया) 08 जुलाई (संवाददाता) मंगोलिया में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल (आईपीडी) का नेतृत्व कर रहे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को गंदन तेगचेनलिंग मठ का दौरा किया।
गंदन तेगचेनलिंग मठ मंगोलिया में बौद्ध धर्म का मुख्य केंद्र है और बौद्ध ज्ञान, अद्वितीय अनुष्ठानों तथा कलात्मक वस्तुओं सहित मूल्यवान बौद्ध विरासत का भंडार है। यह मठ अपने विभिन्न पारंपरिक कॉलेजों में भिक्षुओं और सामान्य छात्रों दोनों को धार्मिक एवं समकालीन शिक्षा भी प्रदान करता है।
श्री बिरला ने कहा कि सदियों से भारत और मंगोलिया के बीच सभ्यता, ऐतिहासिक, आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक संबंधों के माध्यम से जीवंत संबंध रहे हैं। बौद्ध धर्म की साझा विरासत ने दोनों देशों के बीच पारंपरिक संबंधों को मजबूत किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भगवान बुद्ध की ‘कर्मभूमि’ के रूप में भारत मंगोलिया में बौद्ध विरासत के संरक्षण के लिए पूर्ण सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्री बिरला ने यह जानने पर प्रसन्नता व्यक्त की कि गंदन मठ के कई मंगोलियाई भिक्षु भारत में डेपुंग गोमांग मठ के छात्र थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह भारत और मंगोलिया के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों का प्रमाण है।
भारत और मंगोलिया के बीच बौद्ध धर्म एवं आध्यात्मिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए खंबा नोमुन खान को वर्ष 2022 के लिए आईसीसीआर बौद्ध पुरस्कार प्रदान करते हुए अध्यक्ष ने उन्हें बधाई दी। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारत मंगोलिया में बौद्ध धर्म को बढ़ावा देने के लिए मठ की विभिन्न पहलों का समर्थन करना जारी रखेगा।
बाद में श्री बिरला ने पेथुब मठ का दौरा किया जहां ग्रैंड एबॉट ने उनका स्वागत किया। उन्होंने मठ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस प्रतिमा को भारत-मंगोलिया सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
इस अवसर पर श्री बिरला ने कहा,“गांधी जी का शांति, अहिंसा और सद्भाव का संदेश हमारा मार्गदर्शन तथा प्रेरणा देता है एवं दुनिया के लिए एक प्रकाशस्तंभ के रूप में खड़ा है।”
मंगोलिया की तीन दिवसीय यात्रा के समापन के दिन, श्री बिरला ने मिनी नादाम उत्सव देखा, जो मंगोलिया का सबसे लोकप्रिय त्योहार है जो तीन पारंपरिक खेलों: घुड़दौड़, कुश्ती और तीरंदाजी पर केंद्रित है और सदियों पुरानी मंगोलियाई मौखिक परंपराओं, प्रदर्शन कलाओं, राष्ट्रीय प्रदर्शन, व्यंजन, शिल्प कौशल और सांस्कृतिक रूप को प्रदर्शित करता है।
इससे पहले, श्री बिरला ने दोनों संसदों के बीच सहयोग को और मजबूत करने तथा विस्तारित करने के लिए मंगोलिया के ग्रेट खुराल (संसद) के अध्यक्ष जी जंदनशातर के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।...////...