03-Dec-2023 09:43 AM
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नयी दिल्ली 03 दिसंबर (संवाददाता) देश के चार राज्यों मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़ , राजस्थान और तेलंगाना में संपन्न विधानसभा चुनावों की बहुप्रतीक्षित मतगणना कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच रविवार को सुबह आठ बजे शुरू हो गयी जबकि मिजोरम में सोमवार को मतों की गिनती की जायेगी।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान , पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर , भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय , छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल , उप मुख्यमंत्री टी.एस.सिंहदेव ,भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ,केंद्रीय मंत्री रेणुका चौधरी ,भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव , विधानसभा अध्यक्ष डा.चरणदास महंत ,नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल , राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़, प्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, उपनेता प्रतिपक्ष डा सतीश पूनियां एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक एवं सांसद हनुमान बेनीवालतेलंगाना के मुख्यमंत्री एवं भारत राष्ट्र समिति सुप्रीमो चंद्रशेखर राव और उनके मंत्री-पुत्र केटी रामा राव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और भाजपा सांसद बंडी संजय कुमार तथा अन्य प्रमुख राजनीतिक हस्तियों के भाग्य का पिटारा आज खुल जायेगा।
मध्यप्रदेश में सभी 52 जिला मुख्यालयों पर मतगणना शुरु हो गयी। राज्य में मतों की गिनती के लिए 4369 टेबल एवं डाक मतों की गणना के लिए 692 टेबल लगाये गये हैं। सोलहवीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव में कुल दो हजार 533 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें दो हजार 280 पुरुष, 252 महिलाएं और एक अन्य (थर्ड जेंडर) प्रत्याशी शामिल हैं। कुल 2533 प्रत्याशियों में भाजपा और कांग्रेस के 230-230 के अलावा बसपा के 181, सपा के 71 और 1166 निर्दलीय प्रत्याशी भी शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ की 90 सीटों के लिए सभी 33 जिला मुख्यालयों पर कड़े सुरक्षा प्रबन्धों के बीच सबसे पहले डाक मतपत्रों की गणना शुरू की गयी। ईवीएम में दर्ज मतों की प्रत्येक चरण में 14 टेबल पर गणना होगी। मतगणना के लिए 90 रिटर्निंग अधिकारी 416 सहायक रिटर्निंग अधिकारी,4596 गणनाकर्मी एवं 1698 माईक्रो आब्जर्वर नियुक्त किये गये है।इसके साथ ही निर्वाचन आयोग ने 90 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 90 काउटिंग आब्जर्वर नियुक्त किए गए है। मतगणना स्थलों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है,जहां प्रत्येक स्तर पर पहचान पत्रों की जांच के उपरान्त ही प्रवेश दिया जा रहा हैं। राज्य में राष्ट्रीय एवं राज्य के मान्यता प्राप्त दलों,पंजीकृत दलों समेत कुल 1181 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। मुख्य मुकाबला सत्तारुढ़ कांग्रेस एवं मुख्य विपक्षी दल भाजपा के बीच है। एक्जिट पोल के नतीजों से दोने ही दल परिणामों को अपने अपने पक्ष में मानते हुए उत्साहित है।
राजस्थान में 199 विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना 33 जिला मुख्यालयों के 36 केन्द्रों पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त के बीच शुरु हुई । सबसे पहले उम्मीदवारों एवं पर्यवेक्षकों के समक्ष स्ट्रांग रुम को खोला गया और डाक मतपत्रों की गिनती शुरु की गई। मतगणना शुरु होने से पहले सुबह पांच बजे मतगणनाकर्मियों को मतगणना टेबल का आवंटन किया गया। मतगणना त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच 2552 टेबलों पर 4180 राउंड में की जायेगी। मतगणना प्रक्रिया की वीडियोग्राफी एवं सीसीटीवी कवरेज होगी और मतगणना स्थल पर ट्रेंड-टीवी पर भी रुझान जारी किए जायेंगे। मतगणना केंद्र के अंदर आयोग के पर्यवेक्षकों और काउंटिंग डेटा प्रसारित करने के आधिकारिक उपयोग के लिए आवश्यक उपकरणों के अतिरिक्त किसी भी मोबाइल फोन, आई-पैड, लैपटॉप अथवा किसी भी ऑडियो या वीडियो रिकॉर्डिंग उपकरण की अनुमति नहीं होगी।
तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव की मतगणना के लिए कुल 49 केंद्र बनाये गये हैं, जिनमें से 14 हैदराबाद जिले में , 04 रानागा रेड्डी जिले में और अन्य प्रत्येक जिला मुख्यालयों में है। सभी मतगणना केंद्र मजबूत त्रिस्तरीय सुरक्षा प्रणाली से सुसज्जित हैं, जिसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस की लगभग 40 कंपनियों की तैनाती की गयी है।
प्रारंभिक 30 मिनट की गिनती डाक मतपत्रों की होगी और उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में वोटों की गणना होगी। पहला परिणाम सुबह 10 बजे तक आने की उम्मीद है तथा सभी नतीजे दोपहर बाद तक घोषित होने की संभावना है। यहां कुल 2290 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें 221 महिलाएं और एक उभयलिंगी शामिल हैं। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और भारतीय जनता पार्टी के एटाला राजेंद्र दो-दो निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ रहे हैं।
मिजोरम के कई दलों तथा संगठनों ने राज्य में विधानसभा चुनाव के मतों की गिनती रविवार तीन दिसम्बर के बजाय चार दिसम्बर को कराने का अनुरोध किया है। चुनाव आयोग के अनुसार इन संगठनों का कहना है कि तीन दिसम्बर को रविवार है और इस दिन का राज्य के लोगों के लिए विशेष महत्व है इसलिए मतगणना अन्य किसी दिन करायी जानी चाहिए। आयोग ने कहा है कि इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए राज्य में सोमवार यानी चार दिसम्बर को मतगणना कराने का निर्णय लिया गया है।...////...