16-Nov-2023 06:46 PM
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चेन्नई, 16 नवंबर (संवाददाता) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने घोषणा की है कि भारत के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 को इच्छित कक्षा में स्थापित करने वाले एलवीएम3 एम4 प्रक्षेपण यान के क्रायोजेनिक अपर स्टेज (सीयूएस) ने पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित ढंग से पुनः प्रवेश किया है।
बताया गया है कि बुधवार को लगभग 1442 बजे इसने पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित रूप से पुनः प्रवेश किया है और इसका अंतिम जमीनी मार्ग भारत के ऊपर से नहीं गुजरा है।
इसरो ने बताया, “संभावित प्रभाव बिंदु की भविष्यवाणी उत्तरी प्रशांत महासागर के ऊपर की गई है। अंतिम जमीनी ट्रैक भारत के ऊपर से नहीं गुजरा।”
यह रॉकेट बॉडी (एनओआरएडी) आईडी 57321) उस वाहन का हिस्सा है जिसने 14 जुलाई, 2023 को चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान को 21.3 डिग्री झुकाव के साथ 133 किमी x 35823 किमी की इच्छित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया था।
इसरो ने कहा कि रॉकेट बॉडी का पुन: प्रवेश इसके प्रक्षेपण के 124 दिनों के भीतर हुआ। इसमें कहा गया है कि एलवीएम3 एम4 क्रायोजेनिक ऊपरी चरण का मिशन के बाद का कक्षीय जीवनकाल, इंटर-एजेंसी स्पेस डेब्रिस कोऑर्डिनेशन कमेटी द्वारा अनुशंसित एलइओ (लो अर्थ ऑर्बिट) वस्तुओं के लिए “25-वर्षीय नियम” के पूरी तरह से अनुपालन में है।
चंद्रयान -3 इंजेक्शन के बाद, संयुक्त राष्ट्र और आईएडीसी द्वारा निर्धारित अंतरिक्ष मलबे शमन दिशानिर्देशों के अनुसार आकस्मिक विस्फोटों के जोखिम को कम करने के लिए सभी अवशिष्ट प्रणोदक और ऊर्जा स्रोतों को हटाने के लिए ऊपरी चरण को भी “निष्क्रिय” किया गया है।...////...