30-Jan-2024 07:28 PM
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पूर्णिया 30 जनवरी (संवाददाता) कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने जातीय जनगणना को ‘देश का एक्स-रे’ करार दिया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह नहीं चाहती कि देश का एक्स-रे हो क्योंकि ऐसा होने से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा और पता लग जाएगा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), दलित और आदिवासी समाज की संख्या कितनी है।
श्री गांधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के क्रम में मंगलवार को यहां एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि देश का एक्स रे हो क्योंकि ऐसा होने से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। पता लग जाएगा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), दलित और आदिवासी समाज की संख्या कितनी है। उन्होंने भाजपा पर लोगों को मूल मुद्दे से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा चाहती है कि गलती से भी लोगों का ध्यान सामाजिक न्याय की ओर न जाए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र सरकार के 90 अधिकारियों में से केवल तीन ओबीसी वर्ग से आते हैं और अगर 90 अधिकारी पूरे बजट के बारे में निर्णय लेते हैं तो इन ओबीसी अधिकारियों की कितनी भागीदारी होती होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि देश की मीडिया टेलीविज़न और अख़बारों का मालिक ओबीसी, दलित और आदिवासी वर्ग का नहीं मिलेगा। रिपोर्टर मिल जाएंगे लेकिन उनको भी कोने में बिठा रखा है, उनके जो दिल में है वह बोल नहीं पा रहे हैं।
श्री गांधी ने कहा कि इसी तरह निजी क्षेत्र के स्कूल, कॉलेज और विश्ववद्यालयों तथा निजी अस्पतालों का मालिक भी दलित, ओबीसी और आदिवासी समाज का नहीं मिलेगा। ऐसे में यदि वह सामाजिक न्याय की बात कर रहे हैं तो स्पष्ट है कि हिंदुस्तान के किसी भी क्षेत्र में पिछड़ों, दलित और आदिवासियों को न्याय नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अब सवाल है कि पहला कदम क्या होना चाहिए।...////...