31-Oct-2023 05:36 PM
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कोलकाता, 31 अक्टूबर (संवाददाता) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इससे पहले श्री मलिक की तबियत बिगड़ने पर उन्हें कल अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया था। बाद में, ईडी को अपोलो अस्पताल से फिटनेस प्रमाणपत्र मिला और संघीय जांच एजेंसी ने इसे सोमवार को शहर के बैंकशाल अदालत में जमा किया और सीजीओ कॉम्प्लेक्स, साल्ट लेक में ले गए। सूत्रों ने पुष्टि की कि उनसे कोविड काल के दौरान सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) वैधानिक राशन की कथित अनियमितताओं के बारे में पूछताछ शुरू की गई।
सूत्रों ने बताया कि श्री मलिक को मैराथन पूछताछ और एक दिन पहले उन्हें कई संपत्तियों पर छापेमारी के बाद शुक्रवार को तड़के गिरफ्तार किया गया था और दोपहर में अदालत में पेश किया गया। जब न्यायाधीश ने पांच नवंबर तक 10 दिनों की ईडी हिरासत की घोषणा की। जिसके बाद श्री मलिक अदालत कक्ष में बेहोश हो गए। न्यायाधीश ने मंत्री को शहर के एक अस्पताल में भर्ती करने का आदेश दिया। अदालत ने यह भी कहा कि ईडी की हिरासत तब शुरू होगी जब मंत्री को गठित मेडिकल बोर्ड से फिट प्रमाण पत्र के साथ अस्पताल से छोड़ा जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि जब सीजीओ कॉम्प्लेक्स से यह रिपोर्ट सामने आयी तब राशन घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर पूछताछ जारी थी। घोटाले में कलकत्ता उच्च न्यायालय की निगरानी में मनी ट्रेल्स की जांच कर रही, ईडी ने उनकी आय के ज्ञात स्रोतों के साथ-साथ उनकी पत्नी और पुत्री की आय के स्रोतों को जानना चाहा। यह भी आरोप लगाया गया था कि उनकी पत्नी और पुत्री के नाम पर बैंक खातों मेंं जहां नवंबर 2016 में नोटबंदी के दौरान लगभग चार करोड़ रुपये जमा किए थे।
ईडी ने श्री मलिक के वर्तमान और पूर्व निजी सहायकों क्रमशः अमित डे और अविजीत दास से भी अलग से पूछताछ की। एजेंसी ने श्री डे से 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गयी थी।...////...