13-Oct-2023 09:38 PM
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केंद्रपाड़ा, 13 अक्टूबर (संवाददाता) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने केंद्र और ओडिशा सरकार से सांप के काटने से होने वाली मौतों, निवारक उपायों और पीड़ित परिवारों को मुआवजे के प्रावधान पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
एनएचआरसी ने नागरिक अधिकार कार्यकर्ता राधाकांत त्रिपाठी द्वारा दायर याचिका पर कार्रवाई करते हुए पिछले 11 अक्टूबर को यह आदेश पारित किया।
आयोग ने सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली, सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, ओडिशा सरकार और क्योंझर, मयूरभंज, बौध और भद्रक के जिला कलेक्टरों से रिपोर्ट मांगी।
याचिकाकर्ता ने देशभर में सर्पदंश से हर साल करीब 58,000 लोगों की मौत पर आयोग का ध्यान आकर्षित किया।
उन्होंने ओडिशा के क्योंझर के शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन की लापरवाही की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि पिछले 22 जुलाई को निश्चिंतपुर इलाके में एक कोचिंग सेंटर के अंदर सोते समय एक जहरीले सांप के काटने से तीन छात्रों की मौत हो गई।
श्री त्रिपाठी ने मयूरभंज, बौध और भद्रक, बोलांगीर और ओडिशा के अन्य क्षेत्रों में सांप के काटने की विभिन्न घटनाओं का हवाला दिया।
उन्होंने दावा किया कि ओडिशा में आपदा से होने वाली मौतों में अकेले सर्पदंश से होने वाली मौतें कुल मौतों का 40 प्रतिशत से अधिक हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा में सर्पदंश से मौत के मामले 2015 में 522 से बढ़कर 2021 में 1159 हो गए हैं
उन्होंने कहा कि सांप विरोधी विष ओडिशा में खुले बाजार में भी आसानी से उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सर्पदंश के कारण प्रति वर्ष औसतन 58,000 मौतें होती हैं, जिनमें से 70 प्रतिशत नौ राज्यों के कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में होती हैं। जिनमें बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान और गुजरात है।
श्री त्रिपाठी ने एनएचआरसी से अनुरोध किया कि वह मृतकों के निकटतम आश्रितों को सामाजिक कल्याण योजनाओं के तहत मुआवजा और लाभ का भुगतान करे। कोचिंग सेंटरों में छात्रों की सुरक्षा और अस्पतालों में सांप विरोधी विष की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ उनकी गलतियों के लिए कार्रवाई की जाए।
एनएचआरसी ने अधिकारियों से आयोग द्वारा आगे के विचार के लिए अगले 16 दिसंबर तक आठ सप्ताह के भीतर आयोग को एक कार्रवाई रिपोर्ट सौंपने को कहा।...////...