जीडीपी आंकड़ों पर रहेगी निवेशकों की नजर
28-Aug-2022 11:52 AM 7344
मुंबई 28 अगस्त (संवाददाता) वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ने की आशंका और फेड रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी की अटकलों से विदेशी बाजारों में आई गिरावट के दबाव में बीते सप्ताह 1.36 प्रतिशत तक गिरे घरेलू शेयर बाजार की नजर अगले सप्ताह जारी होने वाले आर्थिक विकास, कार बिक्री और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर रहेगी। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 812.28 अंक टूटकर सप्ताहांत पर 59 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 58833.87 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 199.55 अंक गिरकर 17558.90 अंक पर रहा। वहीं, समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों के विपरीत छोटी और मझौली कंपनियों में तेजी रही। सप्ताहांत पर मिडकैप 153.43 अंक चढ़कर 25119 अंक और स्मॉलकैप 240.51 अंक की तेजी लेकर 28415.89 अंक पर रहा। विश्लेषकों के अनुसार, अगले सप्ताह 31 अगस्त को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े जारी होने वाले हैं। इस आंकड़े पर निवेशकों की नजर रहेगी। इसका असर अगले सप्ताह बाजार पर दिखेगा। इसके साथ ही 01 सितंबर को अगस्त में हुई वाहनों की बिक्री तथा अगले सप्ताह ही अगस्त के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी आएंगे। बाजार की दिशा निर्धारित करने में इन कारकों की भी अहम भूमिका होगी। इनके अलावा अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेराेम पॉवेल की दो दिन पूर्व हुई जैक्सन हॉल बैठक के दौरान उनके वक्तव्य में महंगाई को दो प्रतिशत के लक्ष्य के दायरे में लाने के लिए सभी आवश्यक कदम तेजी से उठाए जाने के संकेत पर अगले सप्ताह वैश्विक बाजार की प्रतिक्रिया सामने आएगी। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि ऊंची ब्याज दरें, धीमी विकास दर और श्रम बाजार में नरमी से मुद्रास्फीति में कमी आएगी। हम इसे तब तक जारी रखेंगे जब तक हमें विश्वास नहीं हो जाता कि काम पूरा हो गया है। ऐसे में छोटे निवेशकों को सलाह है कि वह सतर्कता बरतें। बीते सप्ताह शेयर बाजार दो दिन गिरकर वहीं तीन दिन तेजी पर रहा। वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ने की आशंका और फेड रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी की अटकलों से विदेशी बाजारों में आई गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की चौतरफा बिकवाली के दबाव में सोमवार को सेंसेक्स 872.28 अंक लुढ़ककर 59 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे 58773.87 अंक और निफ्टी 267.75 अंक टूटकर 17490.70 अंक पर आ गया। वहीं विदेशी बाजार के कमजोर रुख के बीच स्थानीय स्तर पर धातु, तेल एवं गैस, ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऊर्जा समेत 17 समूहों में हुई लिवाली से मंगलवार को शेयर बाजार उबरा तथा सेंसेक्स 257.43 अंक उछलकर 59031.30 अंक और निफ्टी 86.80 अंक बढ़कर 17577.50 अंक पर रहा। इसी तरह अंतर्राष्ट्रीय बाजारों की गिरावट के बावजूद स्थानीय स्तर पर रियल्टी, कैपिटल गुड्स, बैंकिंग, दूरसंचार और इंडस्ट्रियल्स समेत चौदह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत बुधवार को शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन भी तेजी रही। सेंसेक्स 54.13 अंक की बढ़त लेकर 59085.43 अंक और निफ्टी 27.45 अंक बढ़कर 17604.95 अंक पर रहा। वहीं, वैश्विक बाजार की तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर ऊर्जा, एफएमसीजी, हेल्थकेयर, आईटी और टेक समेत पंद्रह समूहों में हुई बिकवाली से शेयर बाजार पिछले लगातार दो दिन की तेजी गंवाते हुए गुरुवार को आधे प्रतिशत गिर गया। सेंसेक्स 310.71 अंक टूटकर 58774.72 अंक और निफ्टी 82.50 अंक उतरकर 17522.45 अंक पर आ गया। विदेशी बाजारों के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर पावर, धातु, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, कैपिटल गुड्स, यूटिलिटीज, इंडस्ट्रियल्स और बेसिक मैटेरियल्स समेत सोलह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत शेयर बाजार में शुक्रवार को तेजी लौट आई। सेंसेक्स 59.15 अंक बढ़कर 58833.87 अंक और निफ्टी 36.45 अंक की मामूली बढ़त लेकर 17558.90 अंक पर रहा।...////...
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