20-Nov-2024 08:26 PM
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पटना, 20 नवम्बर (संवाददाता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में कार्यरत कई लाख नियोजित शिक्षकों को आज बड़ी सौगात देते हुए घोषणा की कि वर्तमान में जो शिक्षक जिस विद्यालय में कार्यरत हैं, वो सरकारी शिक्षक बनने के बाद भी उक्त स्थान पर ही कार्य करते रहेंगे।
श्री कुमार ने बुधवार को यहां अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण एक लाख 14 हजार 138 विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करने के क्रम में यह घोषणा की। उन्होंने कहा, “ जो नियोजित शिक्षक जिस जगह पर काम कर रहे हैं, सरकारी शिक्षक बनने के बाद उसी स्थान पर तत्काल काम करते रहेंगे।” उन्होंने इस मौके पर सांकेतिक रूप से श्रीमती संध्या कुमारी, श्री रजनीश कुमार, श्रीमती अंजलि रानी, श्री धर्मेंद्र राम, श्रीमती मेदिनी बाला एवं श्री धनेश्वर सिंह को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “ आपलोगों को मालूम है कि राज्य सरकार के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में पहले से कई कदम उठाए गए हैं और आज भी कई कार्य किए जा रहे हैं। यह बहुत खुशी की बात है कि जो नियोजित शिक्षक थे उनको सक्षमता परीक्षा पास करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। वर्ष 2005 के नवंबर माह में जब हमलोग सरकार में आए थे तब से शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था, आवागमन सहित सभी क्षेत्रों में बेहतरी के लिए काम किया जा रहा है। ”
श्री कुमार ने कहा कि नियोजित शिक्षक अपने नये पदस्थापन को लेकर परेशान हैं, इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि जो नियोजित शिक्षक जिस जगह पर काम कर रहे हैं, तत्काल सरकारी शिक्षक बनने के बाद उसी स्थान पर काम करते रहेंगे और इनके नये पदस्थापन पर बाद में निर्णय लिया जायेगा। हमलोग आपलोगों के हक में काम करते हैं और आगे भी करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “ बहुत खुशी की बात है कि आज के इस कार्यक्रम में नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास कर अब सरकारी शिक्षक बन गये हैं, उन्हें आज नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है, मैं इन सभी शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनायें देता हूँ। आप सब जानते हैं कि पूर्व में शिक्षकों की अत्यधिक कमी होने के कारण वर्ष 2006-07 से पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति की गयी जिनकी कुल संख्या लगभग 3 लाख 67 हजार 143 है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2023 में बिहार लोक सेवा आयोग से नये शिक्षकों की नियुक्ति शुरू की गयी जिसमें 28 हजार नियोजित शिक्षक से सरकारी शिक्षक हो गये। बचे हुये नियोजित शिक्षक, सरकारी शिक्षक बनने की माँग कर रहे थे, तो वर्ष 2023 में ही तय कर दिया गया कि अलग से एक मामूली परीक्षा लेकर नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनने का अवसर दिया जायेगा और इसके लिए 5 मौके दिये जायेंगे।
श्री कुमार ने कहा कि अब तक दो परीक्षाओं का आयोजन हो चुका है। पहली सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया गया जिसमें एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षक पास हुये हैं, जिनके प्रमाण-पत्रों की जाँच चल रही है। अब तक एक लाख 14 हजार 138 सरकारी शिक्षकों के प्रमाण-पत्र सही पाये गये हैं, आज उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। बचे हुये शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जाँच जारी है।...////...