02-Apr-2022 08:48 PM
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बेंगलुरु, 02 अप्रैल (AGENCY) कुछ हिंदू संगठनों द्वारा हलाल मांस की खरीद पर प्रतिबंध लगाने की मांग के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को कहा कि सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को होसा तोडाकू का उत्सव शांतिपूर्ण रूप से कराने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।
श्री बोम्मई ने उगाडी के अगले दिन होने वाले उत्सव के शुरू होने पर उन्होंने आरटी नगर स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, "त्योहार कानून-व्यवस्था में व्यवधान के बिना मनाए जाने चाहिए।"
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को शांतिपूर्ण समारोह सुनिश्चित करने के लिए अपने क्षेत्रों में शांति बैठकें करने का भी निर्देश दिया गया है।
हिंदू संगठनों के एक समूह ने राज्य में होसा तडाकू उत्सव के दौरान हलाल मांस खरीदने का बहिष्कार करने का आह्वान तेज कर दिया है। उन्होंने हिंदुओं से त्योहार के लिए झटका मांस खरीदने का अनुरोध किया है।
भाजपा के कई नेताओं ने भी इस आह्वान का समर्थन किया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि ने कहा कि हलाल और कुछ नहीं बल्कि मुसलमानों का "आर्थिक जिहाद" है। उन्होंने कहा कि गैर-मुस्लिम समुदायों से कोई भी उत्पाद न खरीदने के लिए यह एक अच्छी तरह से तैयार की गई नीति है।
मुख्यमंत्री और गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र दोनों ने स्पष्ट रूप से कहा था कि मामला नियमों और अधिनियमों से नहीं बल्कि अभ्यास से जुड़ा है।
हलाल और झटका दोनों ही जानवरों को मारने के तरीके हैं। हलाल तरीके का उपयोग ज्यादातर मुस्लिम समुदाय द्वारा किया जाता है। अरबी में 'हलाल' शब्द का अर्थ है - मानव उपभोग के लिए उपयुक्त। हलाल तरीके से मारे गए जानवर की गर्दन पर एक तेज ब्लेड को इसे धीरे-धीरे फेरा जाता है। इस प्रक्रिया में जानवर के खून को पूरी तरह शरीर से बाहर निकालना शामिल है और इसमें उन्हें कष्ट भी बहुत होता है। झटका में जानवर का सिर एक ही झटके में कट जाता है और जानवर की तुरंत मौत हो जाती है।...////...