06-Sep-2023 07:17 PM
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बेंगलुरु, 06 सितंबर (संवाददाता) कर्नाटक में हिंदू समर्थक कार्यकर्ताओं ने तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ सनातन धर्म विरोधी टिप्पणी करने के लिए बुधवार को बेंगलुरु के कब्बन पार्क थाने में शिकायत दर्ज कराई।
श्री उदयनिधि ने अपनी टिप्पणी से उस समय विवाद खड़ा कर दिया जब उन्होंने सनातन धर्म के विनाश की वकालत की और इसकी तुलना मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से की।
श्री राम सेना कर्नाटक द्वारा कन्नड़ में लिखे गए पत्र में कहा गया कि, “तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने जानबूझकर समाज में सांप्रदायिक घृणा और दंगा भड़काने के लिए सनातन धर्म का अपमान किया है। उनके बयानों से कई लोगों की धार्मिक आस्था आहत हुई है।”
इस बीच, उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी उदयनिधि के खिलाफ उनकी अपमानजनक टिप्पणियों के लिए एक प्राथमिकी दर्ज की है, जिससे बहुसंख्यक सनातनियों की भावनाएं आहत हुई है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे के खिलाफ भी उदयनिधि का समर्थन करने के लिए मामला दर्ज किया है।
दोनों नेताओं के खिलाफ कानपुर के सिविल लाइंस थाने में आईपीसी की धारा 295 ए (धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य करना) और 153 ए (विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
श्री उदयनिधि अपनी सनातन धर्म विरोधी टिप्पणी पर अड़े हुए हैं और उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का नाम विवाद में घसीटकर एक और विवाद खड़ा कर दिया।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था और यह जातिगत भेदभाव का सबसे अच्छा मौजूदा उदाहरण है।...////...