01-Jan-2022 08:50 PM
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श्रीनगर, 01 जनवरी (AGENCY) जम्मू-कश्मीर में शनिवार को परिसीमन आयोग का विरोध प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती सहित अन्य राजनीतिक नेता नजरबंद कर दिए गए हैं।
पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) के नेताओं ने कहा कि उन्हें पुलिस ने नजरबंद कर रखा है।
उन्होंने परिसीमन में कश्मीर घाटी के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है।
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पुलिस ने पहले से तय धरना प्रदर्शन को रोकने के लिए घर के बाहर ट्रक खड़े कर दिए हैं।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “सुप्रभात वर्ष 2022 में आपका स्वागत है। नए साल की शुरुआत फिर उसी रूप में हुई, जिसमें पुलिस ने अवैध रूप से लोगों को उनके घरों में बंद कर रखा है। यहां प्रशासन एक सामान्य लोकतांत्रिक गतिविधि से इतना डरा हुआ है।”
उन्होंने, “शांतिपूर्ण ढंग से किये जाने वाले धरना प्रदर्शन को विफल करने के लिए हमारे गेट के बाहर ट्रक खड़े कर दिए गए हैं। कुछ चीजें कभी नहीं बदलती।”
श्री अब्दुल्ला के एक अलग ट्वीट में तंज कसते हुए लिखते हैं, “राज्य पुलिस की अराजकता की बात करें, तो पुलिस ने मेरे पिता के घर को मेरी बहन के घर में बंद कर दिया है। इतना होने के बाद भी हमारे नेता दुनिया को यह बताने की हिम्मत रखते हैं कि भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है।”
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी उन्हें नजरबंद कर दिए जाने की सूचना दी है।
इनके अलावा, पीएजीडी के प्रवक्ता और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता एम वाई तारिगामी ने कहा कि उनके साथ कई अन्य नेताओं को घर से बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है, उन्हें नजरबंद कर दिया गया है।
परिसीमन आयोग के मसौदे में जम्मू क्षेत्र के लिए छह और कश्मीर घाटी के लिए एक प्रस्ताव है।...////...