खराब मौसम के कारण एक दिन टला एक्सिओम मिशन 04
09-Jun-2025 11:08 PM 3345
चेन्नई 09 जून (संवाददाता) अमेरिका के फ्लोरिडा में प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए एक्सिओम मिशन 04 को एक दिन आगे बढ़ाकर 11 जून कर दिया गया है। इस मिशन का संचालन भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला कर रहे हैं। वह अरबों दिलों की उम्मीदों और सपनों को लेकर आईएसएस जा रहे हैं। इसके अलावा, अमेरिका, हंगरी और पोलैंड के तीन अन्य क्रू मेंबर भी हैं। मिशन को कल सुबह स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्षयान से आईएसएस के लिए रवाना होना था। इस मिशन में विभिन्न प्रयोगों के लिए 14 दिनों तक आईएसएस में डॉकिंग करना शामिल था, लेकिन खराब मौसम का हवाला देते हुए इसे 11 जून तक के लिए टाल दिया गया। इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग (डीओएस) के सचिव डॉ. वी. नारायणन ने एक्स पर एक अपडेट में इसकी पुष्टि करते हुए कहा “ अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक्सिओम-4 मिशन का प्रक्षेपण: मौसम की स्थिति के कारण, भारतीय गगनयात्री को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजने के लिए एक्सिओम-4 मिशन का प्रक्षेपण 10 जून 2025 से 11 जून 2025 तक स्थगित कर दिया गया है।” इसरो ने अपने प्रमुख के हवाले से पोस्ट किया “ प्रक्षेपण का लक्षित समय 11 जून 2025 को शाम 5:30 बजे आईएसटी है।” केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी इसकी पुष्टि की और एक्स पर पोस्ट किया “ प्रतिकूल मौसम के कारण, भारतीय गगनयात्री को आईएसएस पर ले जाने वाले एक्सिओम-4 मिशन का प्रक्षेपण 10 जून से संभवतः 11 जून, 2025 तक पुनर्निर्धारित किया गया है और आगे कोई अपडेट, यदि कोई होगा, तो साझा किया जाएगा।” इस बीच स्पेस एक्स ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा “स्पेसएक्स ने बुधवार, 11 जून को फाल्कन-9 के एक्सिओम स्पेस के एक्सिओम मिशन 4 (एक्स-4) को फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए (एलसी-39ए) से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है। लॉन्च का लक्ष्य सुबह 8:00 बजे ईटी है, जिसमें गुरुवार, 12 जून को सुबह 7:37 बजे ईटी पर बैकअप अवसर उपलब्ध है।” यह इस मिशन का समर्थन करने वाले ड्रैगन अंतरिक्ष यान की पहली उड़ान है। वहीं इस मिशन का समर्थन करने वाले पहले चरण के बूस्टर के लिए दूसरी उड़ान होगी, जिसने पहले एक स्टारलिंक मिशन लॉन्च किया था। चरण पृथक्करण के बाद, फाल्कन 9 का पहला चरण फ्लोरिडा में केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन पर लैंडिंग ज़ोन 1 पर उतरेगा। परिक्रमा प्रयोगशाला में अपने समय के दौरान चालक दल मानव अनुसंधान, पृथ्वी अवलोकन और जीवन, जैविक और भौतिक विज्ञान पर केंद्रित 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग और प्रदर्शन करेगा। इसमें इसरो द्वारा किए गए सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण प्रयोग भी शामिल थे। लॉन्च से पहले ब्रीफिंग के दौरान श्री शुक्ला ने कहा , “पखवाड़े भर चलने वाले इस मिशन के लिए मैं अपने साथ न केवल उपकरण और उपकरण लेकर जा रहा हूं, बल्कि एक अरब दिलों की उम्मीदें और सपने भी लेकर जा रहा हूं।” श्री शुक्ला भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा को श्रद्धांजलि के तौर पर एक खास तोहफा भी लेकर जा रहे हैं। उन्होंने कहा “ मैं उनके लिए कुछ लेकर जा रहा हूं।मैंने उन्हें इसके बारे में नहीं बताया है। मैं इसे व्यक्तिगत रूप से उन्हें सौंप दूंगा।” श्री शुक्ला और श्री शर्मा (अब सेवानिवृत्त) दोनों ही भारतीय वायुसेना के परीक्षण पायलट हैं। दिलचस्प बात यह है कि श्री शुक्ला का जन्म वर्ष 1984 में हुआ था, जब श्री शर्मा अंतरिक्ष में जाने वाले पहले और एकमात्र भारतीय बने थे।उनकी बदौलत, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद क्रू को भारतीय व्यंजनों का स्वाद चखने का मौका मिलेगा। श्री शुक्ला ने कहा कि वे मिठाई लेकर आएंगे- गाजर का हलवा, मूंग दाल का हलवा और आम का रस, जिसका स्वाद सभी अंतर्राष्ट्रीय क्रू सदस्य चखेंगे।...////...
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