16-Feb-2025 08:34 PM
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देहरादून, 16 फरवरी (संवाददाता) उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने रुद्रप्रयाग जनपद में उद्यान विभाग द्वारा वर्ष 2020 में काश्तकारों को वितरित किए गए कागजी नींबू के पौधों में जंगली जामीर फल आने के मामले में सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने प्रकरण की जिलाधिकारी की जांच रिपोर्ट के आधार पर, तत्कालीन दो अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
श्री जोशी ने बताया कि इस घोर लापरवाही के लिए अपर निदेशक (तत्कालीन संयुक्त निदेशक) डा0 आरके सिंह एवं तत्समय के जिला उद्यान अधिकारी (सेवानिवृत्त) योगेंद्र सिंह चौधरी को जिम्मेदार ठहराया गया है। जांच में मैसर्स संजीवनी पौधशाला के चयन और पौधों के सत्यापन में अनियमितताएं पाई गईं, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा और सरकार की छवि भी धूमिल हुई। उन्होंने बताया कि मेरे (उनके) निर्देशों के बाद, सचिव, कृषि डा0 एसएन पाण्डे ने अपर निदेशक (तत्कालीन संयुक्त निदेशक) को आरोप पत्र अधिरोपित किया है। जबकि सेवानिवृत उद्यान अधिकारी के प्रकरण में पत्रावली को कार्मिक विभाग के नियमों के आलोक में राज्यपाल की सहमति के उपरान्त, आरोप पत्र जारी किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि शासन द्वारा उद्यान महानिदेशक को निर्देशित करते हुए उक्त नर्सरी के विरुद्ध नर्सरी एक्ट में आवश्यक कार्यवाही के भी निर्देश दिए हैं।...////...