मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भोलेबाबा वरदानी है, वें सरलता, तरलता, निश्छलता के प्रतीक है। भोलेनाथ की जटाओं में गंगा माता विराजी है। बाबा के ह्रदय से प्रेम की गंगा बहती है, उनके लिए सभी जन समान है, इसलिए बाबा महादेव कहलाते है, जिन्हें सब समान रूप से पूजते है। उन्होंने कोटेश्वर शिवमंदिर के सौंदर्यीकरण के लिये एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लांजी में भगवान बिरसा मुण्डा और रानी अवंतिबाई की प्रतिमाओं का अनावरण भी किया। उन्होंने कहा कि किरनापुर को नगर पंचायत बनाया जायेगा। कारंजा हायर सेकेण्डरी स्कूल का नाम श्री बाला साहब देवरस के नाम पर होगा। मुख्यमंत्री बालाघाट के लांजी में आठ दिवसीय आध्यात्मिक व सांस्कृतिक कोटेश्वर महोत्सव में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक परम्परा का अहम हिस्सा है। उन्होंने होली की अग्रिम शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि होली का त्यौहार पिछड़ों से मिलने का त्यौहार है। संक्रांति मेलों का आयोजन शुरू होता है और वर्ष भर आनंद में सभी का समय व्यतीत होता है। महाकाल की नगरी उज्जैन से शिवरात्रि के अवसर पर विक्रमोत्सव प्रारम्भ हुआ, राजा विक्रमादित्य का जीवन अद्भुत है,जो न्याय, धर्म, ज्ञान, संस्कृति, और वीरता का प्रतीक है,राजा विक्रमादित्य के नाम से प्रारम्भ विक्रम संवत गुड़ी पड़वा से प्रारम्भ होता है।