लोकमाता देवी अहिल्या हैं नारी सशक्तिकरण, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और सुशासन की मिसाल : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
20-May-2025 12:00 AM 906

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि देवी अहिल्या सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, नारी सशक्तिकरण और सुशासन की एक मिसाल है। कुशल प्रशासक के रूप में उनके जन कल्याण के कार्य हमें आज भी समाज के हर वर्ग के कल्याण की प्रेरणा देते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इंदौर के लता मंगेशकर सभागार में विश्व मांगल्य सभा द्वारा पुण्यश्लोका लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की जन्म त्रिशताब्दी अवसर पर "राष्ट्र समर्था देवी अहिल्या की पुण्य गाथा" नाट्य के मंचन में उपस्थित जन समुदाय को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रि-परिषद के सदस्यों के साथ इस नाट्य को देखा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देवी अहिल्या बाई होलकर ने करके दिखाया कि कठिन समय में कुशलता के साथ सत्ता का संचालन कैसे किया जाता है। उन्होंने सोमनाथ और वाराणसी में मंदिर बनाने के साथ ही नदियों पर घाट बनवाए हैं। रामेश्वरम के मंदिर निर्माण में भी लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर का योगदान है। मंदिर के साथ ही धर्मशाला, अन्नशाला, घाट निर्माण, पुजारी के मानदेय इत्यादि सबका ध्यान रखा। सहस्त्रबाहु की राजधानी रही महेश्वर (महिष्मती) का पुरूद्धार कराया। लोकमाता देवी अहिल्या बाई में एक आदर्श बहु और बेटी का रुप भी दिखाई देता है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या की 300वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सम्पूर्ण देश में अहिल्या उत्सव मनाए जाने का मार्ग प्रशस्त किया है। लोकमाता देवी अहिल्या बाई की 300वीं जयंती के अवसर पर इंदौर के राजवाड़ा में प्रदेश की कैबिनेट बैठक का आयोजन किया गया है। कैबिनेट की इस बैठक में लोकमाता देवी अहिल्या बाई की दूरदृष्टि से प्रेरित होकर प्रदेश के विकास के निर्णय लिए जाएंगे।

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