11-Sep-2023 05:07 PM
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नयी दिल्ली, 11 सितंबर (संवाददाता) मालदीव में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव पर निगरानी के लिए विदेशी पर्यवेक्षक के तौर पर भारत के निर्वाचन आयोग का तीन सदस्यों का एक दल माले गया हुआ है। इसका नेतृत्व निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल कर रहे हैं।
यह दल मालदीव के निर्वाचन आयोग के न्योते पर वहां गया है। मालदीव में राष्ट्रपति का चुनाव जनता सीधे करती है।
भारत के निर्वाचन आयोग की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय दल ने माले और उसके आसपास 22 मतदान केंद्रों का दौरा कर मतदान प्रक्रिया का जायजा लिया। उन्होंने वहां मतदाताओं की पहचान, रजिस्ट्रेशन और मतदान प्रक्रिया और मतदाता बूथ की व्यवस्था आदि के विषय में जानकारी ली है।
इस तीन सदस्यीय पर्यवेक्षक दल में उप आयुक्त अजय भादू और आयोग के प्रधान सचिव प्रमोद शर्मा भी शामिल हैं।
मालदीव में राष्ट्रपति पद के लिए नौ सितंबर को पहले चरण का मतदान कराया गया । चुनाव में आठ उम्मीदवार है। अंतिम चरण का मतदान 30 सितंबर जो होगा जिसमें पहले चरण में सबसे ज्यादा वोट पाने वाले शीर्षस्थ दो उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। अंतिमत दौर का विजेता पांच वर्षों के लिए राष्ट्रपति का पद संभालेगा।
वहां के कानून के तहत विजेता को पचास प्रतिशत से ज्यादा मत मिलने चाहिए।
मालदीव के चुनाव के पर्यवेक्षण कार्यक्रम में भारत के अलावा अन्य देशों और संगठनों के अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने भी भाग लिया।
पहले चरण के मतदान में मतों की गिनती नौ सितंबर को ही की गयी जिसमें किसी उम्मीदवार को 50 प्रतिश्त से अधिक मत नहीं मिला। राष्ट्रपति के चुनाव के लिए योग्य मतदाताओं की संख्या 2,82,395 (पुरुष मतदाता: 1,44,199 और महिला: 1,38,196) है। इसके लिए 574 मतदान केंद्र (मतपेटियां) रखे गए हैं और एक मतपेटी के लिए पंजीकृत मतदाताओं की अधिकतम संख्या 850 है। इनमें से आठ पेटियां विदेश में रहने वाले मालदीव के नागरिकों के लिए विदेशों में स्थापित की गई हैं।...////...