11-Sep-2023 06:45 PM
3516
एस. ए. एस. नगर (मोहाली), 11 सितम्बर (संवाददाता) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को एमिटी यूनिवर्सिटी में पंजाब के पहले टूरिज्म सम्मेलन और ट्रैवल मार्ट का उद्घाटन करते हुए राज्य को वैश्विक पर्यटन स्थान के तौर पर विकसित करने का एलान किया ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि सरकारें आती-जाती रहती हैं लेकिन लोगों की भलाई के लिए शुरू किये कामों को सबसे अधिक प्राथमिकता ज़रूर मिले। उन्होंने कहा कि वह नौजवानों को रोज़गार मुहैया करवा के उनके हाथों में टिफ़िन ( रोटी वाले डिब्बे) देखना चाहते हैं , जिससे वह नशों के टीकों से दूर हों। उन्होंने उम्मीद जताई कि पर्यटन को उत्साहित करने से राज्य के नौजवानों के लिए रोज़गार के नये मौके खुलेंगे।
मुख्यमंत्री ने देश और विश्व भर से आईं प्रसिद्ध हस्तियों का स्वागत करते हुये कहा कि यह कोई राजनैतिक समारोह नहीं है, बल्कि यह ऐसा समागम है, जो राज्य की रूह, मिट्टी और दिल से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि अपना कार्यकाल संभालने के पहले दिन से ही उनका स्वप्न गतिशील और गुरूओं के बसाये पंजाब के छिपे हुए पहलूओं से लोगों को अवगत करवाना है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे बड़ी संख्या में सैलानी राज्य की तरफ खिंचे आऐंगे। उन्होंने अफ़सोस ज़ाहिर किया कि पिछली किसी भी सरकार ने इस दिशा में काम करने का सोचा तक नहीं।
उन्होंने कहा कि भौगोलिक पक्ष से भी पंजाब वरदान प्राप्त धरती है और राज्य सरकार की इच्छा पर्यटन क्षेत्र को नयी ऊँचाई पर लेकर जाने की है। उन्होंने कहा कि अमृतसर में रोज़मर्रा के एक लाख श्रद्धाल दर्शनों के लिए आते हैं और अब राज्य सरकार का ध्यान पंजाब की अन्य स्थानों के विशेष पहलूओं को उजागर करने पर है। उन्होंने कहा कि पंजाब के हरेक गाँव में शहीदों के स्मारक हैं, जिन्होंने आज़ादी से पहले और बाद में देश की ख़ातिर जानें कुर्बान की, जिसके बारे दुनिया को बताने की ज़रूरत है। उन्होने कहा कि पंजाब की धरती का हरेक इंच गुओं, पीरों- फकीरों, शहीदों और कवियों का चरण स्पर्श प्राप्त है। उन्होंने कहा कि पंजाबी ‘ग्लोबल सिटिजन’ हैं, जिन्होंने अपनी सख़्त मेहनत और समर्पण से विश्व भर में अपनी अलग पहचान स्थापित की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर देश को नंबर एक बनाना है तो पंजाब को ज़रूर विश्व भर में अग्रणी राज्य बनाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के पास अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा और सहूलतें हैं और राज्य सरकार इनका विस्तार कर रही है।
मुख्यमंत्री ने निवेशकों के साथ सीधा संवाद करते हुये कहा कि यह बड़े गौरव की बात है कि सभी निवेशक और उद्यमी दूर-दराज से इस समागम में शामिल होने के लिए पहुँचे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि पुरज़ोर कोशिशों से आने वाले दिनों में पर्यटन क्षेत्र को बड़ा बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पुरजोर कोशिशों से पंजाब में 50840 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील ने जमशेदपुर के बाद सबसे बड़ा निवेश पंजाब में किया है। इसके इलावा जिन्दल स्टील, वरब्यो, कलास, टैफे, हिन्दोस्तान लीवर और अन्य कंपनियाँ भी पंजाब में निवेश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस पहलकदमी से पंजाब के 2.25 लाख नौजवानों को रोज़गार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने अमृतसर में 50 से 100 एकड़ ज़मीन में ‘सैलीब्रेशन डेस्टिनेशन’ की स्थापना का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि ख़ुशी के मौकों पर जश्न मनाने के लिए इस सैलीब्रेशन प्वाइंट पर बैंकुइट हालों का निर्माण किया जायेगा। उन्होने कहा कि अपनी तरह का यह पहला ‘ सैलीब्रेशन प्वाइंट’ राज्य में पर्यटन को उत्साहित करने के लिए सहायक साबित होगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इको-टूरिज्म को प्रफुल्लित किया जा रहा है क्योंकि राज्य को कुदरती सौगातों का वरदान प्राप्त है। उन्होंने कहा कि चमरोड़ पत्तन जैसे स्थानों को भी विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि फिल्मों की शूटिंग, पोस्ट- प्रोडक्शन और फिल्में रिलीज करने के लिए पंजाब में फ़िल्म सिटी विकसित की जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यटन को उत्साहित करने के लिए कई नीतियाँ लागू की हैं और ज़रूरत पड़ने पर इंडस्ट्री के दिग्गज़ों के मुताबिक नीति में संशोधन भी किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में उद्योग अनुकूल माहौल है और उद्योगपतियों के लिए अब सही मायनों में सिंगल विंडो प्रणाली लागू हो चुकी है। मान ने कहा कि हमारी सरकार से पहले यह प्रणाली सिर्फ़ खानापूर्ति होती थी क्योंकि इसको सही भावना के साथ लागू ही नहीं किया गया, जिस कारण निवेशकों का शोषण होता था। उन्होंने कहा कि इससे पहले सहमति पत्र सत्ता वाले रसूख़दार परिवारों के साथ होते थे , लेकिन अब यह समझौते पंजाब और पंजाब निवासियों के साथ किये जा रहे हैं।...////...