विदेश
देश
मध्य प्रदेश
छत्तीसगढ़
उत्तर प्रदेश
राजस्थान
खेल
व्यापार
ARCHIVE
करोड़ों का खेल...विद्युत इकाईयां हो रही फेल
Zuber Ansari
India
24-Oct-2021 01:30 PM
2097
भोपाल । प्रदेश में एक तरफ कोयले की कमी के कारण बिजली उत्पाद कम हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ करोड़ों रूपए खर्च होने के बाद भी ताप विद्युत गृहों की इकाईयां फेल हो रही हैं। आरोप है कि इसमें करोड़ों रूपए का खेल हो रहा है। यही वजह है कि बिजली उत्पादन करने वाली इकाइयों में मेंटेनेंस के बावजूद खराबी आ रही है। संजय गांधी ताप विद्युत गृह में दो माह मेंटेनेंस के नाम पर बंद इकाई चालू होने के एक बाद ही ठप हो गई। इस इकाई पर कंपनी प्रबंधन ने मेंटेनेंस पर करीब 10 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किया। 60 दिन तक इकाई से उत्पादन नहीं हुआ। जब इकाई चालू की गई तो उसके टरबाइन में बाइब्रेशन होने लगा। जानकार इसे अनोखी घटना बताते हुए मेंटेनेंस पर सवाल कर रहे हैं। इधर रबी सीजन में प्लांट में लगातार खराबी आने से बिजली संकट पैदा होने के आसार बन गए है। श्री सिंगाजी सयंत्र की एक नंबर 600 मेगावाट की इकाई बंद हो गई है। ऐसे में प्रदेश कोयला उत्पादित बिजली महज 1625 मेगावाट पर सिमट गया है। संजय गांधी ताप विद्युत गृह में 500 मेगावाट की पांच नंबर इकाई को 19 जुलाई को मेंटेनेंस के लिए बंद किया गया। 18 सितंबर को इकाई को दोबारा चालू करवाया गया। इकाई जब से चालू हुई उस वक्त इसे कम लोड पर चलाया गया। बाद में लोड जैसे ही बढ़ाया गया उस वक्त बायलर में कंपन शुरू हो गया। विशेषज्ञों की माने तो बायरल में कंपन जैसी स्थिति बड़े हादसे में तब्दील कर सकता है। ये बिरली घटना है। कंपनी प्रबंधन ने इस इकाई को बंद कर दिया। इस बारे में जानकारी देते हुए चीफ इंजीनियर हेमंत संकुले ने बताया कि 500 मेगावाट की पांच नंबर इकाई में मरम्मत का कुछ काम किया जाना है जिसके कारण उसे बंद किया गया है। इसी प्रकार 210 मेगावाट की एक नंबर इकाई में भी मरम्मत का काम शुरू किया गया है, जिसके कारण इकाई को बंद किया गया है। उन्होंने कहा कि कोयले की कमी के कारण इकाइयां बंद नहीं हुई है। कोयला पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और लगातार कोयला आ रहा है। यह चर्चा चल रही थी कि कोयले की कमी के कारण इकाई को बंद किया गया है। ऐसी स्थिति प्रदेश में श्रीसिंगाजी ताप गृह में भी 600 मेगावाट की एक इकाई को बंद किया गया है। अब यहां 2520 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता की एवज में महज 716 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है। यहां भी लगातार इकाईयां बंद है जो चल रही है उनकी पूरी क्षमता का उपयोग नहीं हो रहा है। इकाई क्षमता उत्पादन सारणी 1330 मेगावाट 407 मेगावाट संजय गांधी 1340 मेगावाट 375 मेगावाट अमरकंटक 210 मेगावाट 140 मेगावाट श्रीसिंगाजी 2520 मेगावाट 716 मेगावाट electricity..///..millions-of-games-electricity-units-are-failing-324770
«
त्योहार आते ही आल इंडिया परमिट बसों ने बढ़ा दिया किराया
भोपाल
मध्य प्रदेश
»
आत्म अवलोकन करते हुए स्वयं को बेहतर इंसान बनाने का करें सतत प्रयास - राज्यपाल पटेल
POST CATEGORY
देश
सम्पादकीय
विदेश
राजनीति
मध्य प्रदेश
छत्तीसगढ़
उत्तर प्रदेश
राजस्थान
खेल खिलाड़ी
व्यापार
राज्य
टीवी फिल्मी
वुमन स्पेशल
युथ PLUS
पर्यटन
टाण्डा
कार्टून
हेल्थ
भोपाल
इन्दौर
जबलपुर
ग्वालियर
रायपुर
बिलासपुर
क्रिकेट
फुटबॉल
टेनिस
हाकी
अन्य खेल
मूवी रिव्यू
टीवी गॉसिप
हालीवुड
बॉलीवुड
शेयर बाज़ार
अजब-गजब
लखनऊ
इलाहबाद
गौरखपुर
बनारस - अयोध्या
आगरा-मथुरा-गाजियाबाद
जयपुर
जोधपुर
उदयपुर
कोटा
अजमेर
निवाड़ी
दतिया
नरसिंहपुर
दमोह
सिंगरौली
डिंडोरी
धार
देवास
बालाघाट
मन्दसौर
टीकमगढ़
हरदा
रीवा
भिण्ड
रायसेन
झाबुआ
होशंगाबाद
मुरैना
शिवपुरी
खण्डवा
श्योपुर
पन्ना
बैतूल
रतलाम
सतना
खरगौन
सीहोर
उज्जैन
शाजापुर
छिन्दवाड़ा
अनुपपुर
नीमच
सिवनी
कटनी
आगर-मालवा
शहडोल
सागर
मण्डला
गुना
अलिराजपुर
उमरिया
बुरहानपुर
राजगढ़
अशोकनगर
बड़वानी
सीधी
छतरपुर
विदिशा
© 2025 - All Rights Reserved -
Youth18
|
Hosted by SysNano Infotech
|
Version Yellow Loop 24.12.01
|
Structured Data Test
|
^
^
×
ASPX:
POST
ALIAS:
millions-of-games-electricity-units-are-failing
FZF:
FZF
URL:
https://www.youth18.com/millions-of-games-electricity-units-are-failing
PAGETOP:
ERROR: