24-Mar-2025 10:50 PM
7658
भुवनेश्वर 24 मार्च (संवाददाता) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को आदिवासियों से कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूक होने और इन योजनाओं के जरिए प्रदत्त सुविधाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया।
सुश्री मुर्मू ने ओडिशा में नयागढ़ जिले में स्थित कालियापल्ली में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कि सरकारी योजनाएं लोगों के सहयोग और भागीदारी से ही सफल हो सकती हैं।उन्होंने जोर दिया कि प्रकृति के अनुकूल जीवन शैली भारतीय संस्कृति का एक मूलभूत पहलू है और आदिवासी जीवन का एक अभिन्न अंग है। आदिवासी समुदाय जंगलों, पेड़ों और प्रकृति के अन्य तत्वों को देवता के रूप में पूजते हैं। आदिवासी मान्यताओं के अनुसार, उनके पूर्वजों की आत्माएं जंगल में निवास करती हैं और यह मान्यता वन संरक्षण के लिए एक महान मंत्र के रूप में कार्य करती है।
उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासी समुदायों की कला और संस्कृति को संरक्षित और बढ़ावा देने के साथ-साथ उनके आत्मनिर्भरता को सशक्त बनाने और बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं को लागू कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षेत्र के शानदार परिदृश्यों में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनने की क्षमता है। स्थानीय बुनियादी ढांचे के विकास में विश्वास व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि बेहतर सुविधाएं पर्यटकों और तीर्थयात्रियों दोनों को आकर्षित करेंगी, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने सभी से क्षेत्र के विकास में योगदान देने, कृषि, हस्तशिल्प और पर्यटन में पहल को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया।
इससे पहले सुश्री मुर्मू रायपुर से बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचीं और फिर नयागढ़ के लिए रवाना हुईं, जहां उन्होंने कांतिलो में नीलमाधव मंदिर में दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी उनके साथ मंदिर गये, जहां उन्होंने भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना भी की।...////...