नायडू ने शुद्ध पेयजल सुविधाओं के विस्तार पर दिया बल
23-Feb-2022 09:53 PM 1812
नयी दिल्ली, 23 फरवरी (AGENCY) उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को बीमारियों को रोकने और लोगों के समग्र रहन-सहन में योगदान देने के लिए शुद्ध पेयजल और स्वच्छता जैसी बुनियादी सुविधाओं के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि कोविड महामारी के समाप्त होने के बाद भी लोगों को अपना बचाव करना चाहिए और बार-बार हाथ धोने की आदत को बनाए रखना चाहिए। श्री नायडू चेन्नई में राजभवन में राष्ट्रीय वॉश कॉन्क्लेव-2022 का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन कर रहे थे। उपराष्ट्रपति ने इस अवसर पर संबोधन में कहा कि बच्चों को ऐसे वातावरण में पलना-बढ़ना चाहिए जो भौतिक और भावनात्मक दोनों रूप से स्वस्थ हो। इसके लिए उन्होंने कहा कि शुद्ध पेयजल, स्वच्छता और स्वास्थ्यकर आदतों जैसे निवारक स्वास्थ्य उपायों को आंगनबाड़ियों और प्राथमिक विद्यालयों से शुरू करना चाहिए। जल, स्वच्छता और आरोग्य शास्त्र (डब्ल्यूएएसएच-वॉश) पर तीन दिवसीय वर्चुअल सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर), हैदराबाद द्वारा जल शक्ति मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, यूनिसेफ और अन्य विकास भागीदार के सहयोग से किया जा रहा है। इस सम्मेलन में 'पंचायतों में पानी, स्वच्छता और स्वास्थ्यकर आदतों को आगे बढ़ाने' पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। श्री नायडू ने सभी ग्रामीण लोगों तक प्रभावी सेवा वितरण के लिए पंचायतों को संस्थागत मजबूती सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उद्घाटन समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति ने एक कॉन्क्लेव बुकलेट का विमोचन भी किया। इस वर्चुअल कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, एनआईआरडीपीआर के महानिदेशक डॉ. जी नरेंद्र कुमार, यूनिसेफ इंडिया की राष्ट्र प्रतिनिधि गिलियन मेल्सोप, सीआरआई, एनआईआरडीपीआर प्रमुख डॉ. आर रमेश और अन्य लोगों ने भाग लिया।...////...
© 2025 - All Rights Reserved - Youth18 | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^