नर्मदापुरम को भोपाल एवं इंदौर की तरह विकसित शहर बनाया जाएगा : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
05-Feb-2025 12:00 AM 902

माँ नर्मदा की पावन भूमि पर आने के लिए देवता भी तरसते हैं। समूचा अंचल इंद्र की सभा की तरह लग रहा है। ऐसा आनंद देवलोक में ही संभव है। माँ नर्मदा का आशीर्वाद प्रदेश के साथ है। म.प्र. नदियों का मायका है। यहां से माँ नर्मदा एवं अन्य पवित्र नदियां निकलती हैं। मनुष्य एवं देवता भी यहां समय बिताने को अपना सौभाग्य समझते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नर्मदापुरम में नर्मदा प्रकटोत्सव और नर्मदापुरम गौरव दिवस समारोह में संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में नर्मदापुरम जिले के विकास में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जायेगी। नर्मदापुरम को इंदौर-भोपाल की तरह ही शहर बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में दूध की दुकानें खोली जाएगी एवं शराब की दुकानें बंद होगी। नर्मदापुरम जिले में इंजीनियरिंग कालेज खोला जाएगा। उन्होंने सेठानी घाट में बनाए जल मंच से माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना की तथा प्रदेश की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कन्या पूजन कर नर्मदा प्रकटोत्सव का शुभारंभ किया। आचार्य सोमेश परसाई, गोपाल प्रसाद खडडर एवं पं विनोद दुबे नें विधि विधान से पूजा संपन्न कराई। मुख्यमंत्री ने 104.72 करोड़ रुपये के 30 विकास कार्यो का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया। इसमें 29.96 करोड़ के 24 कार्यों का भूमि-पूजन एवं 74.76 करोड़ के 6 कार्यो का लोकार्पण शामिल है। नर्मदा प्रकटोत्सव पर नर्मदापुरम के सेठानी घाट में आटे से बने 1 लाख 25 हजार दीपक से दीपदान किया गया। नर्मदा तट आकर्षक रोशनी से भव्य आभा बिखेर रहा था।

© 2025 - All Rights Reserved - Youth18 | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^