16-Jul-2023 08:10 PM
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पटना 16 जुलाई (संवाददाता) बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बतायें कि जब पाकिस्तान सहित अनेक मुस्लिम देशों में बहु-विवाह, फौरी तीन तलाक और गुजारा भत्ता के मुद्दे पर कानून में सुधार किया जा सकता है, तो भारत में क्यों नहीं होना चाहिए।
श्री मोदी ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि संविधान और उच्चतम न्यायालय के निर्देश का पालन करते हुए समान नागरिक संहिता जब भी लागू होगी, पूरे देश पर लागू होगी। तब श्री नीतीश कुमार और सुश्री ममता बनर्जी जैसे मुख्यमंत्री राज्यों में इसे लागू करने से नहीं रोक पाएंगे
भाजपा सांसद ने कहा कि यदि सभी धर्मों के भारतीय नागरिकों के लिए एक विवाह का प्रावधान होता है, सभी के लिए तलाक लेने के कानून समान होते हैं, सभी धर्मों की महिलाओं को तलाक के बाद गुजारा-भत्ता पाने तथा पैतृक सम्पत्ति में समान अधिकार मिलता है और सभी धर्मों के स्री-पुरुष लिए विवाह करने की उम्र एक समान निर्धारित की जाती है, तो ये बातें समतावादी श्री नीतीश कुमार को बुरी क्यों लगनी चाहिए।
श्री मोदी ने कहा कि क्या श्री नीतीश कुमार पर्सनल लॉ के नाम पर देश की 15 करोड़ मुस्लिम महिलाओं के साथ कठोर भेदभाव और लैंगिक असमानता जारी रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि एक समुदाय के थोक वोट से सत्ता में बने रहने की मंशा से यदि श्री नीतीश कुमार उस समुदाय के कट्टरपंथियों तक के आगे घुटने टेक रहे हैं, तो क्या यह साम्प्रदायिकता से समझौता नहीं है। वे भ्रष्टाचार और अपराध से तो पहले ही समझौता कर चुके हैं।...////...