12-May-2023 11:14 PM
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पटना 12 मई (संवाददाता) बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि श्री उपेंद्र कुशवाहा के अलग दल बनाने और श्री आरसीपी सिंह के भाजपा में शामिल पर जदयू में जिस तरह से टूट और भगतड़ मची है, उसे देखते हुए श्री नीतीश कुमार को श्री लालू प्रसाद से हुई डील के अनुसार पार्टी का राजद में विलय कर श्री तेजस्वी यादव को जल्द ही मुख्यमंत्री बना देना चाहिए।
श्री मोदी ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि जब जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का अस्तित्व मिटने वाला है और पार्टी के दर्जनों लोग भाजपा में आने की कतार में है, तब श्री ललन सिंह को अपना घर बचाने की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने श्री नीतीश कुमार से कोई राजनीतिक बात नहीं की, भोज में श्री ललन सिंह को शामिल नहीं किया और दूसरे ही दिन दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से भेंट कर विपक्षी एकता मुहिम को पंक्चर कर दिया।
भाजपा सांसद ने कहा कि ओडिशा के विकास पर पूरा फोकस रखने वाले श्री पटनायक ने श्री नीतीश कुमार को बिहार पर ध्यान केंद्रित करने और प्रधानमंत्री बनने का सपना छोड़ देने का जो संदेश दिया, वह 'लाउड एंड क्लीयर' है। उन्होंने कहा कि जब एक तरफ बिहार सरकार जातीय जनगणना, निकाय चुनाव में आरक्षण और आनंद मोहन की रिहाई जैसे मुकदमे हार रही है, दूसरी तरफ बालू-शराब माफिया के आगे प्रशासन घुटने टेक रहा है, तब मुख्यमंत्री का बिहार के बाहर लगातार राजनीतिक दौरे पर होना राज्य के हित में नहीं है।
श्री मोदी ने कहा कि श्री पटनायक से पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर नीतीश कुमार को झटका दे चुके हैं। उन्होंने अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाया और विपक्षी की अलग मुहिम में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और आम आदमी पार्टी (आप) को शामिल करते समय जदयू को झटका दे दिया था।
भाजपा सांसद ने कहा कि जनता ने श्री नीतीश कुमार को भाजपा के सहयोग से बिहार की सेवा करने के लिए जनादेश दिया था। अचानक पलटी मारने और प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि श्री पटनायक और श्री केसीआर भी यही संदेश दे रहे हैं।...////...