कंस्ट्रक्श्न कंपनी के एमडी ने कराई थी एनएचएआई एडवाइजर चवला की हत्या
04-Sep-2021 03:15 PM 1887
जयपुर। वैशाली नगर में आठ दिन पहले नेशनल हाईवे औथिरिटी आफ इंडिया के एडवाइजर की कंसलटेंट एडवाइजर आरके चावला के हाई प्रोफाइल मर्डर मामले में पुलिस ने एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के एमडी करणदीप श्योराण सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। डीसीपी ऋचा तोमर और दिगंत आनंद ने संयुक्त रूप से हत्याकांड के नौवें दिन ही इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझा लिया। उन्होंने बताया कि हिसार निवासी निदेशक करणदीप श्योराण, नवीन बिस्ला, विकास जाट व निदेशक के चचेरे भाई अमित नेहरा को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में शॉर्प शूटर समेत चार लोग अभी फरार हैं। इनकी तलाश के लिए संभावित ठिकानों पर ​दबिश दी जा रही है। पुलिस ने बताया कि कंपनी निदेशक करणदीप ने शूटरों को मर्डर के हथियार उपलब्ध कराए थे। जानकारी के अनुसार करणदीप ने कंपनी की साख बचाने के लिए पंद्रह लाख रुपए की सुपारी और हथियार देकर कंसलटेंट एजेंसी के एडवाइजर राजेंद्र कुमार चावला की हत्या करवा दी। पुलिस ने आठ दिन में जयपुर से गुड़गांव तक टोल नाकों पर लगे 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले। सौ से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। सौ से ज्यादा लोगों की कॉल डिटेल खंगालने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया। दिल्ली-गुड़गांव हाईवे पर 14 सिंगल स्पेन फुट ओवर ब्रिज बनाने के लिए पिछले साल अगस्त में 35 करोड़ का टेंडर निकला था। यह ई-5 कंपनी को मिला। कंपनी ने फुट ओवर ब्रिज की डिजाइन सौंपी। तब एचएचएआई के लिए कंसलटेंट का काम करने वाले इंजीनियरों ने इसे होल्ड कर दिया। कुछ समय बाद कंसलटेंट एजेंसी का कांन्ट्रेक्ट पूरा हुआ तो यूआरएस स्कॉट विल्सन आ गई। इसने प्रोजेक्ट इंजीनियर एडवाइजर के पद पर रिटायर्ड राजेंद्र चावला को नियुक्त किया। प्रोजेक्ट की फाइल राजेंद्र के पास पहुंची तो उन्होंने अप्रूव करने से मना कर दिया। करणदीप के दबाव बनाने के बावजूद राजेंद्र ने मना कर दिया। इससे करणदीप नाराज हो गया। जांच में सामने आया है कि 26 अगस्त को इंजीनियर विकास और नवीन गुड़गांव से अपनी गाड़ी में अपने साथ 2 शूटर लेकर आये थे। जिन्हे एनएचएआई के ऑफिस के बाहर आरके चावला को दिखाया था। इसके बाद शूटर आरके चावला को गोली मारकर फरार हो गये। वारदात करने के बाद विकास और नवीन दोनों गुड़गांव चले गये। हत्या के आरोप में पकड़े गए ई-5 इन्फ्रास्ट्रक्चर के एमडी करणदीप श्योराण के पिता राजेंद्र सिंह ने करीब 35 साल पहले दो भाइयों के साथ मिलकर कंस्ट्र्क्शन कंपनी शुरू की थी। करणदीप के व्यवहार को देखते हुए पिता ने वर्ष 2015 में ई-5 इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम से अलग कंपनी खुलवा दी, जिसका अभी साढ़े पांच हजार करोड़ से ज्यादा का टर्नओवर है। CRIME..///..nhai-advisor-chawla-was-murdered-by-the-md-of-the-construction-company-315281
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