11-Jan-2022 08:57 PM
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चंडीगढ़, 11 जनवरी (AGENCY) यू टी पावरमैन यूनियन ने केन्द्र सरकार द्वारा चण्डीगढ़ के बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ एक फरवरी को मुकम्मल हड़ताल का ऐलान किया गया।
केन्द्र सरकार द्वारा चण्डीगढ़ के बिजली विभाग के निजीकरण की फाइल को क्लियर बिजली का काम निजी कम्पनी एमीनेंट को देने के खिलाफ मंगलवार को बिजली दफ्तर सेक्टर 17 के नजदीक चण्डीगढ़ के बिजली कर्मियों ने रोष रैली और प्रदर्शन किया। रैली में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर एक फरवरी को एक दिन की मुकम्मल हड़ताल की जायेगी व 23 व 24 फरवरी को 2 दिन की हड़ताल होगी। अगर उससे पहले कर्मचारियों की सेवा शर्तो पर फैसला किये बिना कोई भी जल्दबाजी में फैसला लिया गया तो तुरन्त प्रभाव से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जायेगी। हड़ताल से पहले रैलियों, प्रर्दशनों, ज्ञापनों व जत्थामार्च व गर्वनर हाउस मार्च का संघर्ष जारी रहेगा।
यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह, महासचिव गोपाल दत्त जोशी, वरिष्ठ उप प्रधान अमरीक सिंह ने केन्द्र सरकार व चण्डीगढ़ प्रशासन पर आरोप लगाया कि प्रशासन ने माननीय पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा 16 फरवरी 2021 को दिये फैसले का उल्लंघन किया है जिसमें माननीय उच्च न्यायालय ने यह स्पष्ट निर्णय दिया है कि प्रशासन द्वारा किया गया कोई भी निर्णय व कार्यवाही हाईकोर्ट द्वारा दिये जाने वाले अन्तिम निर्णय पर निर्भर करेगी। यह बहुत ही दुखदायी है कि प्रशासन ने पंजाब हरियणा उच्च न्यायालय के फैसले की अनदेखी करके फाईनैंस बिड़ भी खोल दी तथा केन्द्र सरकार को अंधेरे में रखकर उस पर कैबिनेट की मुहर भी लगवा ली जो सीधे तौर पर कोर्ट की अवमानना है क्योंकि हाईकोर्ट ने अभी मैरिट के आधार पर अन्तिम निर्णय नहीं दिया है तथा अगली सुनवाई 20 जनवरी को होगी।
यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार व प्रशासन को कोई भी फैसला लेने से पहले सरकारी तौर पर काम कर रहे कर्मचारियों की सारी सेवा शर्ते, पेंशन, ग्रेच्युटी, सभी भत्ते बहाल रखे जायें तथा जीपीएफ और ट्रेजरी सिस्टम बरकरार रखा जाये। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा ट्रस्ट बना कर कर्मचारियों के फण्ड हड़पने का हर हालत में विरोध होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि निजीकरण की दौड़ में प्रशासन बिजली कर्मचारियों के संशोधित वेतनमान भी लागू नहीं कर रहा है। कर्मचारियों की भर्ती 2-3 साल से बन्द की हुई है।...////...