मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए वोकल फॉर लोकल के विचार को साकार करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। यह हमारी पारंपरिक शिल्प कला, लोक कला और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का सशक्त माध्यम है। साथ ही वोकल फॉर लोकल का विचार स्थानीय उत्पादों को पहचान दिलाते हुए कारीगरों की आत्मनिर्भरता और उनके स्वावलंबन के लिए भी प्रभावी है। इस दिशा में ग्राम श्री ट्रस्ट द्वारा क्राफ्टरूट्स प्रदर्शनी के माध्यम से की गई पहल कारीगरों को नई पहचान और अवसर प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव, उत्तरप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में क्राफ्टरूट्स हस्त शिल्प प्रदर्शनी के भोपाल हाट में शुभारंभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव तथा राज्यपाल श्रीमती पटेल ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राजा भोज ने भोपाल और इस संपूर्ण अंचल को विशेष पहचान दी है। इसके साथ ही देश लोकमाता देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती मना रहा है। देवी अहिल्याबाई ने महिला स्वावलंबन और महिला सशक्तिकरण के अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। यह प्रदेशवासियों के लिए सौभाग्य का विषय है कि देवी अहिल्याबाई की 300 वीं जयंती पर भोपाल में होने वाले महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पधार रहे हैं। क्राफ्टरूट्स प्रदर्शनी भी महिला स्वावलंबन की दिशा में सार्थक कदम है। इस दृष्टि से इस प्रदर्शनी का शुभारंभ महिला सम्मेलन के आरंभ का प्रतीक ही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न अंचलों के हस्तशिल्प की अपनी विशेष पहचान और आभा है। ऐसी प्रदर्शनियों के माध्यम से क्षेत्रीय स्तर के उत्पादों की ख्याति दूर-दूर तक फैलती है और कारीगरों को अपने व्यवसाय का विस्तार करने का अवसर मिलता है।