20-Aug-2023 02:53 PM
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भोपाल, 20 अगस्त (संवाददाता) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज परिवारवाद को देश और लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए 'जहर' बताते हुए कहा कि देश में कांग्रेस समेत अनेक पार्टियां इसका उदाहरण हैं। उन्होंने अनेक उदाहरण देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में परिवारवाद नहीं है।
वरिष्ठ भाजपा नेता श्री शाह ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यहां कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में राज्य में लगभग 20 सालों की भाजपा सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। इस दौरान पत्रकारों के सवालों के जवाब में श्री शाह ने परिवारवाद को लेकर कहा कि भाजपा में परिवारवाद कतई नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और स्वयं समेत अनेक भाजपा नेताओं का उदाहरण देते हुए कहा कि ये सभी किस परिवार से आए और आगे बढ़े।
श्री शाह ने कहा कि परिवारवाद वह है, जिसमें किसी परिवार विशेष की पार्टी और सरकार में 'मिल्कियत' रहती है या उस परिवार का एकाधिकार रहता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, डीएमके और इन जैसे अनेक दल इसके उदाहरण हैं। श्री शाह ने कहा कि वे किसी का नाम नहीं लेना चाहते हैं, लेकिन अनेक दलों को देखकर परिवारवाद का अंदाजा लगाया जा सकता है। यह लोकतंत्र और देश के लिए जहर है। इस व्यवस्था में संबंधित पार्टी में कोई और व्यक्ति आगे नहीं बढ़ पाता है।
श्री शाह ने राज्य में नेतृत्व को लेकर स्थिति स्पष्ट करने संबंधी सवाल के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अभी मुख्यमंत्री हैं। विधानसभा चुनाव के बाद क्या करना है, इसके बारे में पार्टी को तय करना है। उन्होंने सवाल करने वाले पत्रकार की ओर मुखातिब होते हुए कहा, 'पार्टी का कार्य पार्टी को करने दीजिए, आप मत कीजिए।'
श्री शाह ने दावा किया कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा विजय दर्ज कराते हुए भारी बहुमत से सरकार बनाएगी। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के संदर्भ में किए गए सवाल के जवाब में श्री शाह ने कहा कि उस समय भी भाजपा को कांग्रेस से अधिक वोट मिले थे, लेकिन सीट कम थीं। इसके अलावा उस समय जातिवाद की छाया में चुनाव हुए थे। इस दौरान जनता ने कांग्रेस के 15 माह का शासन भी देखा है और अब जनता तुलना करने अपना निर्णय लेगी।
इसके पहले अपने संबोधन में श्री शाह ने कहा कि राज्य में 53 वर्षों तक कांग्रेस ने शासन किया। इन वर्षों के दौरान केंद्र में भी लगभग पूरे समय कांग्रेस का ही शासन रहा। इसके बावजूद इस राज्य पर बीमारू राज्य का तमगा लगा रहा। वहीं भाजपा ने लगभग 20 सालों के शासन के दौरान राज्य को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर निकालकर विकसित राज्य की श्रेणी में ला दिया। बिजली, सड़क, पानी, सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास से जुड़े अन्य क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास हुआ है।
इस आयोजन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी मौजूद थे।...////...