15-Nov-2023 04:18 PM
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पटना 15 नवंबर (संवाददाता) केंद्रीय गृह राज्य रिपीट राज्य मंत्री एवं बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष नित्यानंद राय ने आज कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव शुरू से ही यदुवंशियों का भला न कर परिवारवाद के पोषक रहे हैं और इसी को लेकर उनके छोटे पुत्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के पद पर हैं।
श्री राय ने बुधवार को यहां चुनिंदा पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि राजद अध्यक्ष श्री यादव ने अपने छोटे पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव को प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाने के लिए अपनी पगड़ी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष रख दी। राजद अध्यक्ष को अपने परिवार के अलावा कुछ भी दिखाई नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि जब भी राजद अध्यक्ष को मौका मिला है उन्होंने अपने परिवार के लिए ही सर्वस्व न्योछावर किया है।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजद अध्यक्ष श्री यादव जब एक मामले में जेल जा रहे थे तब उन्हें अपनी पार्टी में कोई भी योग्य नहीं दिखाई पड़ा था। उस समय भी उन्होंने अपनी पत्नी श्रीमती राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठा दिया था जबकि राजद में उस समय कई योग्य नेता मौजूद थे। लेकिन, सच्चाई यही है कि श्री यादव को दूसरे किसी पर तनिक भी भरोसा नहीं है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि राजद अध्यक्ष को यदि तनिक भी यादवों के प्रति सहानुभूति होती तो वह अपने छोटे पुत्र तेजस्वी की जगह किसी और को भी बिहार का उपमुख्यमंत्री बना देते। लोकतंत्र में परिवारवाद का कहीं से भी स्थान नहीं है बावजूद इसके श्री यादव इससे अलग सोच ही नहीं सकते। उन्होंने कहा कि सत्ता की चाहत में वह कभी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से तो कभी कांग्रेस से समझौता करते रहे हैं।
श्री राय ने कहा कि भाजपा में परिवारवाद नहीं है। यदुवंशी इस बात को बेहतर ढंग से समझ रहे हैं और अब यदुवंशी समाज के लोग लालू प्रसाद यादव के बहकावे में आने वाले नहीं है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अत्याचार का प्रतीक कंस तथा न्याय का प्रतीक भगवान कृष्ण हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों को सताना और रुपए लेकर नौकरी देना यह कंस का रास्ता रहा है। कृष्ण के पथ पर कौन लोग हैं यह किसी से छुपा हुआ नहीं है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अपने कार्यकाल में उन्हें लगभग एक वर्ष तक झूठे मामले में जेल में रखा। भाजपा छोड़ने का दबाव श्री यादव की ओर से लगातार उन पर दिया जाता रहा बावजूद वह भाजपा के एक सच्चे सिपाही बनकर रहे। उन्हें झुकाने और तोड़ने का हर संभव प्रयास श्री यादव ने किया लेकिन वह अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि पार्टी के पूर्व मंत्री रहे स्वर्गीय भोला सिंह के माध्यम से राजद अध्यक्ष ने उन्हें साथ में आने के लिए संवाद भेजा था।
श्री राय ने कहा कि जहां तक राजद अध्यक्ष ने उन पर ठेकेदारी करने का आरोप लगाया है तो वह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि एक रुपए की भी यदि उन्होंने कभी भी ठेकेदारी की होगी तो वह जीवन भर राजद अध्यक्ष की गुलामी करेंगे। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र से राजद अध्यक्ष के दोनों पुत्र या फिर उनके परिवार का कोई भी सदस्य यदि उन्हें चुनाव में पराजित कर दे तो वह उन्हें मान लेंगे। नहीं तो परिणाम उलट आने पर राजद अध्यक्ष अपने पूरे परिवार के साथ संन्यास ले लें।...////...