16-Nov-2024 07:53 PM
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चित्तौड़गढ़, 16 नवम्बर (संवाददाता) राजस्थान में चित्तौड़गढ़ में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर ‘पत्रकारिता में जवाबदेही’ विषय पर शनिवार को आयोजित संगोष्ठी में जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने कहा कि पत्रकारिता में पत्रकार की विश्वसनीयता स्वयं की जवाबदेही पर ही आधारित है।
श्री आलोक रंजन ने कहा कि प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है और वर्तमान में इलेक्ट्रोनिक या डिजिटल मीडिया कुछ भी खबर चलाये, लेकिन हम स्वयं या आमजन भी उस खबर की पुष्टि प्रिंट मीडिया से जुड़े पत्रकारों से ही करते हैं। यही कारण है कि अब प्रिंट मीडिया से जुड़े पत्रकारों की जवाबदेही बढ़ गयी है और इसी जवाबदेही से विश्वसनीयता भी सुनिश्चित है।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुये पुलिस उप अधीक्षक विनय चौधरी एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामचंद्र खटीक ने कहा कि किसी भी समाचार पर सम्पूर्ण कार्रवाई हम भी नहीं कर सकते हैं, क्योंकि हमारी एक सीमा रेखा है, लेकिन फिर भी प्रशासन, पुलिस, जनता और पत्रकारों को मिलकर जनता के लिये जनता के हित के कार्य करने चाहिये।
इससे पहले संगोष्ठी की शुरूआत करते हुये वरिष्ठ पत्रकार भुवनेश व्यास ने इलेक्ट्रोनिक मीडिया की होड़ में समाप्त होती जवाबदेही के कई उदाहरण देते हुये कहा कि हम ऐसे समाचार बनाने लग गये हैं, जिसकी कोई एजेंसी पुष्टि नहीं करती है। फिर भी हम उसका प्रकाशन इस लाइन के साथ करते हैं कि हमारा समाचार पत्र इसकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह से हम जवाबदेही से भाग रहे हैं, और जनता को झूठ परोस रहे हैं, जिससे वर्तमान में पत्रकारों की विश्वसनीयता समाप्त होती जा रही है जो ठीक नहीं है। पत्रकारों को अपनी खबर पर खुद विश्वास होना चाहिये।
वरिष्ठ पत्रकार गोविंद त्रिपाठी ने संगोष्ठी में आभार व्यक्त किया।...////...