18-Jun-2022 05:55 PM
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श्रीनगर 18 जून (AGENCY) जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को राष्ट्रपति पद के लिए आगामी चुनावों के लिए संयुक्त विपक्ष का उम्मीदवार बनने से ‘ससम्मान’ इनकार कर दिया।
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष ने अपने बयान में कहा कि जम्मू कश्मीर एक ‘गंभीर मोड़’ से गुजर रहा है , इसीलिए उन्होंने यह निर्णय लिया है।
श्री अब्दुल्ला ने बयान में कहा, “ मैं ममता बनर्जी द्वारा भारत के राष्ट्रपति पद के लिए संभावित संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में अपना नाम प्रस्तावित करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मुझे अपनी उम्मीदवारी के लिए समर्थन देने वाले विपक्षी नेताओं के कई फोन आए हैं।” उन्होंने कहा कि केन्द्रशासित प्रदेश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए मैंने ससम्मान राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से इन्कार किया है।
उन्होंने कहा कि उन्हें अपने परिवार और वरिष्ठ सहयोगियों के साथ इस अप्रत्याशित विकास पर चर्चा करने में कुछ दिन लगे। उन्होंने कहा, “देश में सर्वोच्च पद के लिए मुझे जो समर्थन मिला है और सम्मानित किया गया है, उससे मैं दिल की गहराई से प्रभावित हूं। मेरा मानना है कि जम्मू कश्मीर एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है और प्रदेश को इस अनिश्चितता के समय को दिशासूचक के तौर पर मदद करने के लिए मेरे आवश्यकता है।”
उन्होंने कहा, “मेरे सामने सक्रिय राजनीति है और मैं जम्मू-कश्मीर और देश की सेवा में अपना सकारात्मक योगदान देने के लिए तत्पर हूं। इसलिए मैं सम्मानपूर्वक अपना नाम विचार से वापस लेना चाहता हूँ और मैं संयुक्त विपक्ष की आम सहमति के उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए तत्पर हूँ।...////...