17-Sep-2023 11:17 PM
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तिरुवनंतपुरम, 17 सितंबर (संवाददाता) विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने रविवार को यहां कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा परियोजना पारंपरिक शिल्प के कारोबार में लगे लोगों को सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
रेल मंत्रालय और केंद्रीय सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय द्वारा आयोजित 'प्रधानमंत्री विश्वकर्मा' कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए डॉ. जयशंकर ने कहा कि विश्वकर्मा ने अपने शिल्प के माध्यम से देश की संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने में अमिट छाप छोड़ी है।
उन्होंने कहा, 'विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों को बाजार में जाने और अपना सामान बेचने में सक्षम बनाएगी।'
उन्होंने लोगों के मन को समझने और हस्तशिल्प उत्पादों का उत्पादन करने के लिए पारंपरिक कारीगरों की कड़ी मेहनत, समर्पण और क्षमता की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना न केवल विश्वकर्माकारों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी बल्कि प्रशिक्षण तथा बाजार के अवसर भी प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 'वोकल फॉर लोकल', वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' और 'मेक इन इंडिया' जैसी अन्य पहलों के लिए भी एक प्रमुख घटक होगी।
उन्होंने कहा, "जी20 के हिस्से के रूप में आयोजित शिल्प प्रदर्शनी ने विश्व नेताओं के सामने भारत की सदियों पुरानी संस्कृति को प्रदर्शित किया। इससे देश के पर्यटन क्षेत्र को लाभ होगा।"
इस समारोह में दक्षिणी रेलवे मंडल प्रबंधक एस एम शर्मा और तिरुवनंतपुरम जिला कलेक्टर जेरोमिक जॉर्ज सहित अन्य उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नयी दिल्ली के द्वारका स्थित यशोभूमि में विश्वकर्मा परियोजना के उद्घाटन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया।...////...