राहत और बचाव कार्य और तेज हों, इसलिए मैं स्वयं उत्तराखंड गया - शिवराज
06-Jun-2022 09:27 PM 5612
भोपाल, 06 जून (AGENCY) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उत्तराखंड में रविवार को राज्य के तीर्थयात्रियों की बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना के बाद राहत और बचाव कार्य में और तेजी लाने के उद्देश्य से तुरंत उत्तराखंड जाने का निर्णय लिया। श्री चौहान ने देहरादून से लौटने के बाद आज यहां स्टेट हैंगर (राजकीय विमानतल) पर मीडिया से चर्चा में यह बात कही। उन्होंने कहा कि रविवार को उन्हें शाम सात बजे के बाद राज्य के तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस के गहरी खायी में गिरने की जानकारी मिली। इसके बाद उन्होंने तुरंत वहां के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर संपर्क किया और राहत एवं बचाव कार्य के संबंध में भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि लेकिन तीर्थयात्रियों के निधन और उनके खाई में ही फसे होने की जानकारी के बाद उन्होंने स्वयं रात्रि में ही अपने अधिकारियों के साथ उत्तराखंड जाने का निर्णय लिया। अधिकारियों ने कहा कि मंत्री या अधिकारियों की टीम भी जा सकती है, लेकिन उनका मन नहीं माना और वे स्वयं रात्रि में ही देहरादून में नियंत्रण कक्ष पहुंचने के बाद अस्पताल में घायलों से मिलने भी पहुंचे। श्री चौहान ने कहा कि उनके देहरादून पहुंचने से राहत एवं बचाव कार्य में तेजी आयी। दुर्घटनास्थल से शव रात्रि में ही निकाल लिए गए। उनके पोस्टमार्टम की व्यवस्था भी घटनास्थल के आसपास और शीघ्र की गयी। श्री चौहान ने भावनात्मक अंदाज में कहा कि उनके लिए मध्यप्रदेश एक परिवार है। परिवार के कुछ लोग जब खाई में पड़े हों, तो वे मुख्यमंत्री के नाते चैन से नहीं रह सकते हैं। त्रासदी के ये 17 घंटे हम सबके लिए पीड़ा और कष्ट के थे। उन्होंने कहा कि एकसाथ 25 पार्थिव शरीर उनके सामने थे। यह असहनीय था। श्री चौहान ने कहा, 'मुझे लगा कि मुख्यमंत्री के स्वयं जाने से राहत और बचाव कार्यों में तेजी आएगी और हम कुछ लोगों को जीवित बचा लेंगे। जैसे ही मुझे दुर्घटना की जानकारी हुई, मैं तत्काल उत्तराखंड के लिए रवाना हो गया।' मुख्यमंत्री 5 जून को देर रात देहरादून के लिए विमान से रवाना हुए थे। उनके साथ खनिज साधन मंत्री ब्रजेंद्र प्रताप सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजोरा, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, ओएसडी योगेश चौधरी भी उत्तराखंड गए। साथ ही मध्यप्रदेश भवन दिल्ली के अधिकारियों को भी समन्वय के लिए देहरादून बुलाया गया। श्री चौहान ने मीडिया को घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बस बहुत गहरी खाई में गिरी थी। यह स्थानीय प्रशासन की मेहनत थी कि रात में सभी शव निकाल लिए गए। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों ने गहरी खाई से शवों को निकालने का कठिन कार्य कम समय में पूर्ण किया। श्री चौहान ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रशासन का आभार व्यक्त किया। श्री चौहान के अनुसार मुख्यमंत्री श्री धामी ने घटना की मजिस्ट्रियल जाँच के आदेश दे दिए हैं। श्री चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपए की सहायता प्रदान की जाएगी। गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। श्री चौहान ने बताया कि पन्ना के तीर्थ-यात्री दो बसों में थे, यह बसें उत्तराखंड की थीं, जो बस दुर्घटनाग्रस्त हुई उसमें 9 दंपति दिवंगत हुए। एक दंपति श्री उदय सिंह तथा उनकी पत्नी घायल हैं। श्री उदय सिंह ने ही फोन पर इस दुर्घटना की जानकारी दी थी। श्री उदय सिंह, उनकी पत्नी तथा रामकुंवर बाई अस्पताल में भर्ती हैं। उनका इलाज चल रहा है। श्री चौहान ने दूसरी बस में सवार तीर्थ-यात्रियों के साहस का उल्लेख करते हुए बताया कि वे तीर्थयात्री यमुनोत्री की यात्रा के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ हैं। वे अपनी आस्था के अनुरूप यमुनोत्री का जल लेकर ही पन्ना लौटेंगे।...////...
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