राइजिंग राजस्थान प्री-टूरिज्म समिट पर्यटन क्षेत्र में साबित होगा महत्वपूर्ण कदम
09-Oct-2024 07:05 PM 4939
जयपुर, 09 अक्टूबर (संवाददाता) राजस्थान में पर्यटन क्षेत्र को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का महत्वपूर्ण घटक बनाने की दिशा में तेज गति से काम हो रहा है और राइजिंग राजस्थान प्री-टूरिज्म समिट पर्यटन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश के विकास एवं उसकी काया पलटने के लिए अथक प्रयास कर रही है और इसके तहत आगामी नौ से ग्यारह दिसंबर तक राजधानी जयपुर में तीन दिवसीय राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन-2024 आयोजित किया जायेगा और इससे पहले मंगलवार को यहां प्री-टूरिज्म समिट का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री श्री शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के लगातार प्रयासों से राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट होने से पूर्व पर्यटन क्षेत्र में निवेश के लिए 142 निवेश प्रस्तावों के एमओयू हुए। जिससे प्रदेश में लगभग 14 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा और इससे राज्य में करीब 59 हजार प्रत्यक्ष एवं दस लाख से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार का अवसर मिलेगा। इस तरह प्रतियोगिता के दौर में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होने एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलने से प्री-टूरिज्म समिट लोगों एवं पर्यटन क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। राज्य सरकार मानती है कि केन्द्र और राज्य दोनों जगह एक ही पार्टी की सरकार होने से राजस्थान में पर्यटन का विकास डबल इंजन के साथ विकास की पटरियों पर सरपट दौड़ने लगा है। पर्यटन क्षेत्र में निवेश लाने के लिए आयोजित कार्यक्रम को राइजिंग राजस्थान प्री-टूरिज्म समिट का नाम दिया गया और इसमें मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों ने अपनी पूरी भागीदारी निभाई और इस दौरान करीब 14 हजार करोड़ के लगभग 150 निवेश प्रस्तावों के एमओयू हुए जिसे काफी अहम माना जा रहा है। श्रीमती दिया कुमारी वित्त मंत्री भी हैं, साथ ही पर्यटन महकमा भी उन्हीं के जिम्मे है। ऐसे में वह हरसंभव प्रयास कर रही हैं कि राजस्थान में पर्यटन को नए आयाम दिए जाएं जो कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को साकार करने में सक्षम हो। इस कारण प्रदेश में पर्यटन विकास को काफी बल मिलने लगा हैं। श्री शर्मा ने प्री-टूरिज्म समिट में निवेशकों को संबोधित करते हुए पर्यटन को आगे बढ़ाने की परिकल्पना को समझाते हुए कहा कि पानी-बिजली और सड़क का विकास किए बिना पर्यटन का विकास संभव नहीं है। ऐसे में राज्य सरकार की उच्च प्राथमिकताओं में पानी-बिजली और सड़क का विकास शामिल है। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि इन तीन मूलभूत आवश्यकताओं को अगर पूरा किया जाए तो पर्यटन भी इनके साथ स्वयं ही विकसित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसलिए हमने सरकार बनते ही इन तीनों क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया और ईआरसीपी के साथ ही यमुना जल समझौता एवं देवास परियोजना का धरातल पर क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसी तरह अन्य कई अह्म फैसले किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने स्वयं को पर्यटक बताते हुए कहा कि यहां समिट में आने वाले प्रत्येक निवेशक का सुझाव अति महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इन सारे निवेशकों ने अपने जीवन में सिर्फ और सिर्फ पर्यटन क्षेत्र की बढ़ोतरी के लिए काम किया है। उन्होंने प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकारी प्रयासों को विस्तार से निवेशकों को समझाया और सरकार की प्राथमिकताओं, आवश्यकताओं और निवेशकों से अपेक्षित सहयोग के बारे में बताया। श्रीमती दिया कुमारी का पर्यटन से गहरा नाता है और उनकी मंशा है कि पर्यटन क्षेत्र का जीडीपी में योगदान बढ़ाया जाए, इसे लेकर वह प्रयासरत हैं। इसलिए उन्होंने सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम को मजबूती से लागू करने पर जोर दिया है। वह आशान्वित हैं कि राज्य का पर्यटन आने वाले कुछ महीनों के भीतर देश एवं दुनिया के अव्वल पर्यटन स्थलों में गिना जाएगा। इस अवसर पर श्रीमती दिया कुमारी ने अपने संबोधन में इसी प्रतिबद्धता को दोहराया। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने सभी निवेशकों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उनके साथ है। इस मौके राज्य सरकार ने निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए न्यौता दिया और कहा “पधारो म्हारे देस” । इस अवसर पर पर्यटन विभाग के सचिव रवि जैन ने राजस्थान के निवेश के अवसरों को दर्शाने वाले लघु वृत्तचित्र का प्रदर्शन किया। उन्होंने राज्य सरकार की मंशा एवं विभाग की कार्यशैली को निवेशकों को समझाया।...////...
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